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नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। दिल्ली में हुए धमाके के बाद इंदौर पुलिस अलर्ट मोड पर है। शहर में वह मकान मालिकों से किरायेदारों की जानकारी जुटा रही है। इसमें पता चला कि एक केनियन नागरिक रिचर्ड पुत्र मयाका स्वान्या निवासी नियामाचे 27 वर्ष से बिना वीजा के रह रहा है। एमआइजी क्षेत्र के शिवशक्ति नगर में वह किराए से रहता है और डीएवीवी से बीकॉम भी किया है। सोशल मीडिया पर कई पोस्ट भी साझा किए हैं। इनमें हिंसा भड़काने वाले वीडियो भी शामिल हैं।
उसने 'युगांडा भले ही चारों ओर से घिरा हुआ है, लेकिन हिंद महासागर भी हमारा है' जैसी बातें लिखी पोस्ट साझा की है। कुछ तस्वीरों पर खून-खराबा दिखाया गया है। पुलिस के अनुसार रिचर्ड 1991 से इंदौर में निवासरत है। 2018 में शिवशक्ति नगर में कन्हैयालाल गौर के मकान में रहता था। उस दौरान जांच में पता चला था कि वीजा 1998 तक था। उसे गिरफ्तार कर पासपोर्ट व अन्य दस्तावेज जब्त कर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया, जहां से शहर न छोडने की शर्त पर जमानत मिल गई।
फिलहाल, जिला कोर्ट में मामला विचाराधीन है। 28 अप्रैल 2026 को सुनवाई होनी है। केनियन के वकील वाजिद खान ने बताया कि आरोपित द्वारा 2019 में जब्तशुदा पासपोर्ट न्यायालय से सुपुर्दगी पर प्राप्त किए गए हैं। वीजा और पासपोर्ट की अवधि बढ़ाने के प्रयास उसने किए हैं, लेकिन अवधि नहीं बढ़ सकी। वर्तमान में वह शेखर कुशवाह के घर में रह रहा है। थाने में सूचना दी गई है।