
नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। 3 दिसंबर 2024 को मध्य प्रदेश की इंदौर पुलिस ने काले हिरण के 65 किलो मांस के साथ जोहर हुसैन, इम्तियाज खान और सलमान पियारजी को पकड़ा था। मुंबई के इन तीनों तस्करों की गिरफ्तारी के बाद संरक्षित वन्यजीवों का शिकार करने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश करने के दावे किए गए थे। आरोपितों के मोबाइल डिकोड हो चुके हैं, जिनसे जानवरों की हत्या के 500 से अधिक फोटो-वीडियो मिले हैं, फिर भी पिछले 11 महीनों में मध्य प्रदेश स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स (एसटीएसएफ) की जांच बेहद धीमी गति से चल रही है।
अब तक टीम महज एक तस्कर तक पहुंच पाई है, जिसमें सुबाह पुत्र सलाहुद्दीन को 29 अक्टूबर में मुंबई के जोगेश्वरी इलाके से गिरफ्तार किया गया है। 3 नवंबर को सुबाह की रिमांड खत्म हो चुकी है। एसटीएसएफ अब सुबाह का मोबाइल खुलवाने में लगा है। फॉरेंसिंक लैब से मोबाइल का डेटा रिकवर करवाया जा रहा है। उसके मोबाइल में कई वॉट्सएप ग्रुप मिले हैं, लेकिन चैट डिलीट कर दी गई है। गिरोह ने सुबाह को ग्राहकों से संपर्क करने का काम सौंपा था।
इधर, सलमान, इम्तियाज और हुसैन जेल में बंद हैं। इनकी जमानत याचिका विशेष न्यायालय तीन बार खारिज कर चुका है। पिछले दिनों सलमान की जमानत याचिका पर बिश्नोई समाज की ओर से आपत्ति दर्ज हुई है। वकील मनीष यादव ने कहा कि काले हिरण से जुड़ा मामला काफी गंभीर है। ये सभी आदतन अपराधी हैं। इनके मोबाइल में वन्यप्राणियों के शिकार से जुड़े कई फोटो और वीडियो मिले हैं। मामले में मंगलवार को सुनवाई होना है।
शिकार करने के बाद तस्कर हिरण-चीतल व अन्य वन्यप्राणियों के साथ तस्वीरें भी खिंचवाते थे। जोहर, इम्तियाज और सलमान के मोबाइल में मांस और खाल निकालने से जुड़े कई फोटो और वीडियो मिले। हिरण-चीतल, चिंकारा, बारहसिंगा की खाल, ट्रॉफी और अंगों की बड़े पैमाने पर तस्करी का पता चला है।
गिरोह के अलग-अलग सदस्यों को काम बांट रखा था। शिकार के दौरान लगातार एक-दूसरे के संपर्क में थे। एक-दूसरे को सैकड़ों बार फोन किए। इनकी लोकेशन अलग-अलग जंगलों में पाई गई, जिसमें विदिशा के लटेरी, राजगढ़ के कंवलाझर, रायसेन के सिमरई, गुना के राघोगढ़, शाजापुर के कालपीपल और करदोकला, सागर के खुरई जैसे क्षेत्रों में सक्रिय थे।
मुंबई में इम्तियाज की गरम मसाले की फैक्ट्री है, जो विदेशों में सप्लाय करता है। खासतौर से खाड़ी देशों में मसाले भिजवाता है। इसके चलते उसका यूएई आना-जाना लगा रहता था। उसके पास यूएई का पहचान पत्र भी मिला है। जबकि हुसैन भी कई बार खाड़ी देशों की यात्रा कर चुका है।
तस्करों से पूछताछ में भोपाल के आमिर का नाम भी सामने आया है, जो निशानेबाज है। शिकार में आमिर की भूमिका अहम रहती थी, जो हिरण और चीतल को मारता था। तस्करों के पकड़ाए जाने के बाद से आमिर फरार है। साथ ही कई संदिग्ध भी एसटीएसएफ के पकड़ से दूर हैं। जांच में कई वन विभाग के कर्मचारियों की भूमिका भी सवालों के घेरे में आई है, क्योंकि शिकार के दौरान बेधड़क तस्कर जंगल में घूमते थे।
काले हिरण मांस की तस्करी से एक गिरोह जुड़ा है। उसके कई गिरोह के सदस्यों पर नजर बनाए रखी हुई है। वैसे भोपाल निवासी आमिर फरार है। उसके घर पर कई बार नोटिस भेजा जा चुका है। समय-समय पर उसकी लोकेशन मिलती है। उनके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। सलमान की याचिका पर आपत्ति लगी है। - शरद जाटव, प्रवक्ता, एसटीएसएफ
गिरफ्तारी के बाद दाऊद के नाम की धमकी
सुबाह को दाऊद इब्राहिम का रिश्तेदार बताया जा रहा है। जब उसे गिरफ्तार करके लाया जा रहा था, तब जांच टीम के सदस्यों को धमकी भरे फोन आए। इसके बाद सदस्यों ने अपने फोन बंद कर लिए। यह भी पता चला है कि शिकार के लिए सुबाह भी एक बार जंगल में गया था।