इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। सात दिनी मालवा उत्सव की शुरुआत 25 मई को शाम 4 बजे से लालबाग में होगी। उत्सव के लिए आयोजन स्थल को होलकरकालीन बाड़े का रूप दिया गया। इसमें जहां महेश्वर घाट दिखेगा तो शिव मंदिर भी नजर आएगा। होलकरकालीन बाड़े को दर्शाते दो हाथी द्वार पर दिखाई देंगे। मंच के मध्य देवी अहिल्याबाई को विराजित किया गया है। होलकरकालीन बाड़े को आकार पचास कलाकारों ने दस दिनों में दिया।
लोक संस्कृति मंच के संयोजक सांसद शंकर लालवानी ने बताया कि इस वर्ष मालवा उत्सव इंदौर गौरव दिवस के अंतर्गत मनाया जा रहा है । शाम 7.30 बजे सांस्कृतिक संध्या में गुजरात का गरबा, महाराष्ट्र का कोली एवं लावणी, बधाई, जनजातीय नृत्य, गणगौर एवं इंदौर के कलाकारों को मंच पर अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलेगा ।सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अलावा रोड शो भी होगा। कार्यालय प्रभारी सतीश शर्मा एवं पंकज फतेहचंदानी ने बताया कि शिल्प बाजार में अफगानिस्तान की कालीन व कश्मीर, कर्नाटक ,पश्चिम बंगाल ,आसाम के शिल्प भी होंगे। इसके अतिरिक्त पोचमपल्ली साड़ियां ,जूट वर्क की कलाकृतियां सहित छत्तीसगढ़ का लोहा शिल्प, महेश्वरी साड़ियां, नागालैंड का ड्राई फ्लावर, पंजाब की फुलकारी भी होगी।
गौरव दिवस के पहले दिन शहर के सभी 85 वार्ड में होगी जलसभा
इंदौर। इंदौर गौरव दिवस के तहत शहर में 25 से 31 मई तक एक सप्ताह तक आयोजन होने वाले हैं। पहले दिन 25 मार्च को शहर के सभी 85 वार्ड में जलसभा का आयोजन होगा। इस दिन शहर के सभी वार्ड के प्रमुख उद्यानों में रहवासियों के साथ जनप्रतिनिधि व निगम के अफसर सुबह 7 से 8 बजे तक जल संरक्षण पर चर्चा करेंगे। इसके प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में निर्धारित स्थानों पर 100-100 पौधे लगाएंगे। इसमें बिजासन टेकरी परिसर, बड़ी भमोरी मैदान, मल्हार आश्रम परिसर, प्रजापत नगर सिरपुर तालाब के पीछे, महालक्ष्मी नगर, पीपल्यापाला मुक्तिधाम के पास जीत नगर, अरबिंदो अस्पताल के पास, छोटा बांगड़दा सुपर कारिडोर के पास पौधारोपण किया जाएगा। शाम 5 बजे रवींद्र नाट्यगृह में जल महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इसके सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे और जल पुनर्भरण व पौधारोपण करने वालों का सम्मान किया जाएगा।