इंदौर। प्रदेश व शहर के कॉलेजों में अभी एडमिशन का सिलसिला जारी है। अंडर ग्रेज्युएट (यूजी) कोर्स में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाने की आखिरी तारीख 20 जून है, वहीं पोस्ट ग्रेज्युएट (पीजी) कोर्स में रजिस्ट्रेशन करवाने की आखिरी तारीख 23 जून है। पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन है। एमपी ऑनलाइन के माध्यम से रजिस्ट्रेशन करवाया जा सकता है। 28 जून को पहली मैरिट लिस्ट जारी की जाएगी। इसी के आधार पर कॉलेजों में एडमिशन मिलेंगे।
अच्छे भविष्य के लिए सही कॉलेज व अपनी रुचि, योग्यता के हिसाब से कोर्स का चयन करना बेहद जरूरी होता है। इंदौर में साइंस, कॉमर्स, आर्ट्स, बायोलॉजी के अधिकांश कोर्स उपलब्ध हैं। शहर में 8 सरकारी कॉलेज, 11 अनुदान प्राप्त कॉलेज व 66 प्राइवेट कॉलेज हैं। इस रिपोर्ट में जानिए किस कॉलेज में कौन से कोर्स हैं खास, कैसे मिलेगा एडमिशन, कितनी होगी फीस, प्लेसमेंट कैसा रहता है आदि बातें।
8 सरकारी कॉलेज व कोर्स
- अटल बिहारी वाजपेयी गवर्नमेंट आर्ट्स एंड कॉमर्स कॉलेज
बीए, बीकॉम, बीबीए, बीजे
(इनके पीजी कोर्स भी)
कुल सीटें 4037
- गवर्नमेंट माता जीजाबाई गर्ल्स पीजी कॉलेज, मोती तबेला
बीए, बीएससी, बीकॉम, बीएचएससी (होम साइंस), बी लिब
(चारों स्ट्रीम के पीजी कोर्स भी)
- गवर्नमेंट होलकर साइंस कॉलेज
यूजी (बीएससी) के मैथ्स व बायोलॉजी ग्रुप में अलग-अलग स्ट्रीम में हाइटेक कोर्स, फिजिक्स, मैथ्स, केमेस्ट्री के ऑनर्स कोर्स, जनरल के साथ वोकेशनल कोर्स। पीजी (एमएससी) के स्ट्रीम वाइज कोर्स। एमफिल, पीएचडी प्रोग्राम भी।
कुल सीटें- 4603
- गवर्नमेंट नूतन गर्ल्स पीजी कॉलेज, किलाभवन
बीए, एमए, बीएससी, बीकॉम, बीबीए, बी लिब
(अधिकांश स्ट्रीम में कोर्स अवेलेबल)
कुल सीटें- 2943
- गवर्नमेंट निर्भय सिंह पटेल साइंस कॉलेज
बीएससी, बीसीए, एमएससी
कुल सीटें- 992
- गवर्नमेंट संस्कृत कॉलेज
बीए शास्त्रीय, बीए, एमए क्लासिक, एमए शास्त्रीय, आचार्य में पीजी।
कुल सीटें- 147
- गवर्नमेंट लॉ कॉलेज
एलएलबी, एलएलएम
कुल सीटें- 192
कितनी है फीस- अधिकांश सरकारी कॉलेजों में वार्षिक फीस 5 से 7 हजार रुपए तक है। एडमिशन के मामले में इन सभी में सबसे टफ कॉम्पीटिशन होलकर साइंस कॉलेज के लिए होती है। अन्य में आसानी से एडमिशन मिल जाता है।
प्लेसमेंट- सरकारी कॉलेज होने के कारण कैंपस प्लेसमेंट के लिए इन कॉलेजों में गिनी-चुनी कंपनियां ही आती हैं। स्टूडेंट्स को अपने लेवल पर ही नौकरी ढूंढना होती है। वैसे अच्छे मार्क्स व नॉलेज होने पर अब ग्रेज्युएट्स के लिए भी मार्केट में ढेरों जॉब हैं।
ये हैं 11 अनुदान प्राप्त कॉलेज
- इंदौर क्रिश्चियन कॉलेज
- इंदौर स्कूल ऑफ सोशल वर्क
- इस्लामिया करीमिया कॉलेज
- एमकेएचएस गुजराती गर्ल्स कॉलेज
- मातेश्वरी सुगनीदेवी गर्ल्स कॉलेज
- पीएमबी गुजराती आर्ट्स/लॉ कॉलेज
- पीएमबी गुजराती कॉमर्स कॉलेज
- पीएमबी गुजराती साइंस कॉलेज
- श्री क्लॉथ मार्केट गर्ल्स कॉलेज
- श्री वैष्णव कॉलेज
- श्री कृष्णा संगीत कॉलेज
इनमें कैसे होगा एडमिशन- इन कॉलेजों में एडमिशन भी अन्य कॉलेजों की तरह ही हो रहा है। यानी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाकर।
इनमें कितनी है फीस- फीस के मामले में इन कॉलेजों में काफी वेरिएशन हैं। प्लेन कोर्स की कम व ऑनर्स की ज्यादा है। एवरेज फीस 8 हजार, कंप्यूटर कोर्स की 11 से 12 हजार व ऑनर्स कोर्स की फीस 40 हजार तक है।
66 प्राइवेट कॉलेजों में भी यही प्रक्रिया
सरकारी व अनुदान प्राप्त कॉलेजों को छोड़ दें तो शहर में 66 प्राइवेट कॉलेज हैं। यहां भी एडमिशन प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन है। फीस के मामले में अनुदान प्राप्त कॉलेजों और इनमें कोई ज्यादा अंतर नहीं है। कई प्राइवेट कॉलेज शहर में जमने के लिए 5 से 7 हजार रुपए की मामूली फीस में भी कोर्स संचालित कर रहे हैं, वहीं ऐसे प्राइवेट कॉलेज जिनका प्लेसमेंट व इंफ्रास्ट्रक्चर अच्छा है वे 50 हजार रुपए तक की फीस ऑनर्स कोर्स में ले रहे हैं।
प्लेसमेंट- प्राइवेट कॉलेजों में कंपनियों को बुलाने के लिए व्यक्तिगत स्तर पर कोशिशें की जाती हैं। इसके बावजूद कुछ ही कॉलेज ऐसे होते हैं, जहां अच्छा प्लेसमेंट हो पाता है। एडमिशन लेने से पहले कॉलेज के एलुमिनाई से चर्चा कर सकते हैं।
5 जुलाई से दोबार शुरू होंगे एडमिशन
28 जून को पहली लिस्ट जारी की जाएगी। लिस्ट में नाम आने वाले स्टूडेंट्स को संबंधित कॉलेज में पहुंचकर एडमिशन प्रक्रिया पूरी करना होगी। कॉलेजों को 3 जुलाई को रात 11 बजे तक सारी जानकारी उच्चशिक्षा विभाग को देना है। इसके बाद रिक्त सीटों पर 5 जुलाई से वापस एडमिशन की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
शहर में ऐसा है फीस स्ट्रक्चर
सामान्य कोर्सेस की एवरेज फीस- 5 से 8 हजार रुपए
कंप्यूटर कोर्सेस की फीस- 10 से 12 हजार रुपए
ऑनर्स कोर्सेस की फीस- 12 से 40 हजार रुपए
हर साल करीब 1 लाख स्टूडेंट्स ले रहे एडमिशन
विशेषज्ञों का कहना है कि कक्षा 12वीं के बाद हर साल एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स की संख्या करीब एक लाख होती है। इनमें सभी इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, फार्मा से लेकर अन्य सभी कोर्सेस के स्टूडेंट्स की संख्या शामिल है।
इन कॉलेजों में ऑफलाइन हो रहे एडमिशन
शासन ने इस बार अल्पसंख्यक कॉलेजों में ऑफलाइन एडमिशन की व्यवस्था दी है। यानी इन कॉलेजों में एडमिशन के लिए स्टूडेंट्स को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाने की जरूरत नहीं है। वे सीधे कॉलेज में जाकर एडमिशन ले सकते हैं। इसके लिए 20 जून तक स्टूडेंट्स को रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। अल्पसंख्यक कॉलेज पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर एडमिशन दे रहे हैं। शहर में 8 से 10 अल्पसंख्यक कॉलेज हैं। इनमें गुजराती समाज के सभी संस्थान, क्रिश्चियन एमिनेंट के दोनों संस्थान, अरिहंत इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी, जैन दिवाकर, सेंट पॉल आदि शामिल हैं।
एक्सपर्ट कमेंट
सर्वे करके लें एडमिशन
आजकल प्रचार माध्यम से विद्यार्थियों को भ्रमित करने की कोशिश की जा रही है। विद्यार्थियों को एडमिशन के पहले संस्थान के इंफ्रास्ट्रक्चर, क्वालिटी एजुकेशन, प्लेसमेंट व एलुमिनाई को देखकर एडमिशन का निर्णय लेना चाहिए। कॉलेज की फीस में काफी अंतर है। ऐसा कॉम्पीटिशन व क्वालिटी के कारण हो रहा है।
- प्रो.रमेश मंगल, शिक्षाविद्