नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर: आजाद नगर थाना क्षेत्र में ब्रिज निर्माण कंपनी के गार्डों और मजदूरों ने एक युवक की पीट पीटकर हत्या कर दी। आरोपितों ने उस पर लोहा चुराने का आरोप लगाया और डंडों से पिटाई कर ग्रीन बेल्ट में पटक दिया। बुधवार को गुस्सा स्वजन ने शव थाने में रखा और प्रदर्शन किया। घटना मूसाखेड़ी पेट्रोल पंप के समीप की है। मंगलवार सुबह पुलिस को एक युवक का शव मिला था। उसकी पहचान शिवनगर (मूसाखेड़ी) निवासी 32 वर्षीय उपेंद्र पुत्र महाराजसिंह ठाकुर के रुप में हुई। उसके शरीर पर चोट के निशान थे।
शार्ट पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलासा हुआ उपेंद्र की पिटाई हुई है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर देर रात गार्ड और मजदूरों को हिरासत में ले लिया। आरोपितों ने उपेंद्र की पिटाई करना स्वीकारा और बताया कि वह लोहा चुरा रहा था। उससे सामान छीना और डंडे से पीट डाला।
उपेंद्र को अंदरुनी चोटें थी। वह खुद चलकर गया और ग्रीन बेल्ट की जगह पर सो गया। समय पर उपचार न मिलने से उसकी मौत हो गई। डीसीपी जोन-1 विनोद कुमार मीना के मुताबिक मूसाखेड़ी चौराहा पर ब्रिज निर्माण का काम चल रहा है। ठेकेदार ने संतोष टोंगर की सिक्युरिटी कंपनी एक्स-केप्शन के गार्ड लगा रखे है। गार्डों ने ही उपेंद्र को पकड़ा था।
पूर्व में लोहा चोरी हो चुका है। मंगलवार रात उपेंद्र को देख कर पुन: चोरी का शक जताया और पिटाई कर डाली। प्रधान आरक्षक की कुर्सी के सामने घंटो रखा रहा रहा शव पुलिस ने मंगलवार को लिपापोती का प्रयास किया। उपेंद्र को शराबी बताया और कहा पिटाई छुपाती रही। एसीपी रविंद्र बिलवाल ने स्वजन को गुमराह करने का प्रयास किया। एसआइ धर्मेंद्र राजपूत ने भी पिटाई से इनकार कर दिया। बुधवार को गुस्साए स्वजन शव लेकर थाने जा पहुंचे।
टीआई के चेंबर के पास शव रख दिया। घंटो तक प्रदर्शन किया। स्थिति संभालने के लिए तीन थानों का बल तैनात करना पड़ा। स्वजन ने कहा ठेकेदार को गिरफ्तार करों। उसके इशारे पर ही उपेंद्र की हत्या हुई है। स्वजन ने एसआइ राजपूत की लापरवाही की भी शिकायत की। करीब तीन घंटे बाद शव थाने से उठाया और एम्बुलेंस में रखवाया।