MP Board Exam: नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। माध्यमिक शिक्षा मंडल की बोर्ड परीक्षाएं सोमवार से शुरू हो रही हैं। पहला पर्चा 10वीं का हिंदी विषय का है, जिसमें 137 केंद्रों पर 49 हजार 415 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। माशिमं ने इस बार बोर्ड परीक्षाओं को बेहतर ढंग से आयोजित करने के लिए व्यवस्था में बदलाव किया है।
नकल रोकने के लिए शिक्षा विभाग की तरफ से अलग-अलग उड़नदस्ते होंगे। साथ ही कलेक्टर प्रतिनिधि की मौजूदगी में प्रश्न पत्र थाने से लेकर परीक्षार्थी की बेंच तक पहुंचेंगे। परीक्षा सुबह 9 से 12 बजे तक आयोजित होगी। लेकिन परीक्षार्थी को सुबह 8 बजे तक केंद्र पहुंचना होगा। सुबह 8.40 बजे बाद प्रवेश नहीं मिलेगा। परीक्षाओं के दौरान गड़बड़ी होने पर कलेक्टर कार्यालय में कंट्रोल रूम भी बनाया गया है।
परीक्षा से एक दिन पहले रविवार को सभी केंद्रों पर बेंचों पर रोल नंबर चस्पा किए गए। - नईदुनिया
बोर्ड परीक्षाओं के दौरान सबसे ज्यादा गड़बड़ी थाने और केंद्र के बीच पर्चा लीक होने की होती थी। इसलिए इस बार माशिमं ने हर एक केंद्र के लिए कलेक्टर प्रतिनिधि नियुक्त किया है। संबंधित पुलिस थाने पर कलेक्टर प्रतिनिधि सबसे पहले एप पर अपनी सेल्फी लेकर अपलोड करेगा। प्रश्न पत्र का बाक्स प्राप्त करने के बाद कलेक्टर प्रतिनिधि के नेतृत्व में केंद्र अध्यक्ष, सहायक केंद्राध्यक्ष सीधे केंद्र पहुंचेंगे। इस पूरे रूट की ट्रेकिंग भी होगी। प्रश्न पत्र के लिफाफे सुुबह 8.55 बजे परीक्षार्थियों के सामने उनके कक्ष में ही खोले जाएंगे। प्रश्न पत्र चार के सेट में होंगे।
इधर रविवार को सुबह से शाम तक परीक्षा केंद्र अध्यक्ष की मौजूदगी में केंद्रोंं पर हर एक कक्ष में रोल नंबर चस्पा किए गए। कितने परीक्षार्थी किस कक्ष में बैठेंगे, पर्यवेक्षक की ड्यूटी आदि तय की गई।
परीक्षा की गोपनीयता बनाए रखने के लिए इस बार कलेक्टर प्रतिनिधि की जिम्मेदारी बढ़ाई गई है। थाने से प्रश्न पत्र केंद्र तक पहुंचाने के अलावा उन्हेंं विद्यार्थियों को प्रश्न पत्र बांटने तक वहां रुकना होगा। साथ ही केंद्र अध्यक्ष, सहायक केंद्र अध्यक्ष और पर्यवेक्षक सहित स्कूल के अन्य स्टाफ व सदस्यों के मोबाइल फोन को अलमारी में रखकर अलमारी सील करना होगी।
बोर्ड परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए शिक्षा विभाग ने पुख्ता इंतजाम कर रखे हैं। जिले में 137 स्कूलों पर निगरानी के लिए कुल 21 उड़नदस्ते रहेंगे। इसमें डीईओ और ब्लाक के नौ, एसडीएम के 10, माशिमं और संयुक्त संचालक लोक शिक्षण का एक-एक दल रहेगा। यह दल सुबह 9 से 12 बजे के बीच किसी भी केंद्र पर जाकर औचक निरीक्षण करेंगे।
इस बार केंंद्र अध्यक्ष, सहायक केंद्र अध्यक्ष के साथ ही स्कूल की ओर से एक सहायक केंद्र अध्यक्ष रहेगा, जिसे माशिमं के एप जीटूजी पर लागिन करना होगा। इस एप में कितने परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए, कितने नकल प्रकरण बने आदि की जानकारी भरना होगी। इसके साथ ही स्कूल में फर्नीचर आदि व्यवस्था देखना होगी।
इस बार परीक्षाओं के लिए बने 137 केंद्रों में से 23 संवेदनशील है। इनमें से अधिकांश केंंद्रों पर प्रायवेट परीक्षार्थी परीक्षा दे रहे है। जिला शिक्षा अधिकारी मंगलेश व्यास ने बताया कि संवेदनशील केंद्रों पर विशेष निगरानी रखी जाएगी।