MP Election 2023 BJP Candidate List: इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। राऊ विधानसभा सीट पर भाजपा ने एक बार फिर मधु वर्मा पर भरोसा जताया है। पिछले चुनाव में वे करीब साढ़े पांच हजार मतों से कांग्रेस प्रत्याशी जीतू पटवारी से पराजित हुए थे। इस विधानसभा में ग्रामीण और शहरी दोनों इलाके शामिल हैं। शहरी हिस्से में मराठीभाषी वोट बैंक महत्वपूर्ण माना जाता है। यही वजह थी कि इस सीट से भाजपा के नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे का नाम भी चल रहा था। विधानसभा में बड़ी संख्या में खाती समाज के मतदाता रहते हैं। इसी समाज से आने वाले जीतू जिराती भी यहां से टिकट की दौड़ में शामिल थे। वे वर्ष 2013 में यहां से विधायक रह भी चुके हैं। करीब 15 वर्ष पहले यह विधानसभा सीट अस्तित्व में आई थी। अब तक यहां से दो बार कांग्रेस और एक बार भाजपा प्रत्याशी विजयी रहे हैं।
पिछले चुनाव में भी मधु वर्मा ही भाजपा के प्रत्याशी थे, लेकिन पार्टी ने उन्हें 15 दिन पहले उम्मीदवार बनाया था। वहीं, इस बार आचार संहिता लगने से पहले ही उनके नाम की घोषणा कर दी गई है। इसे जीतू पटवारी को उनके ही क्षेत्र में घेरे रखने की रणनीति माना जा रहा है। वर्मा का कहना है कि चुनाव हारने के बावजूद वे विधानसभा क्षेत्र में पूरी तरह से सक्रिय रहे हैं। इसका फायदा उन्हें मिलेगा। मधु वर्मा इंदौर विकास प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष भी रहे हैं। उनके कार्यकाल के दौरान इंदौर विकास प्राधिकरण ने कई फ्लाई ओवर बनाए थे।
वर्ष 2013 में जीतू पटवारी ने राऊ विधानसभा सीट से करीब 16 हजार मतों से जीत दर्ज की थी। वर्ष 2018 में मुकाबला पटवारी और भाजपा के मधु वर्मा के बीच था। इस बार जीत का अंतर 16 हजार से कम होकर 5700 पर आ गया था। जानकार मानकर चल रहे हैं कि अगर इस बार भी कांग्रेस जीतू पटवारी को प्रत्याशी बनाती है तो रोचक मुकाबला देखने को मिल सकता है।
भाजपा ने ग्रामीण जिलाध्यक्ष राजेश सोनकर को सोनकच्छ विधानसभा सीट से मैदान में उतारा है। वे सांवेर विधानसभा सीट से भाजपा के दावेदार थे। सोनकर का टिकट तय होना मंत्री तुलसीराम सिलावट के लिए बड़ी राहत मानी जा रही है। हालांकि, सोनकर के लिए सोनकच्छ सीट बहुत आसान नहीं रहेगी। उन्हें यहां पूर्व विधायक राजेंद्र वर्मा के समर्थकों का विरोध झेलना पड़ सकता है। दूसरे स्थानीय नेता एक बाहरी प्रत्याशी का कितना साथ देंगे, इसका अंदाजा लगाना आसान नहीं होगा। सोनकर का सकारात्मक पहलू यह है कि उनकी संघ में अच्छी पैठ है। वर्ष 2022 में हुए उपचुनाव में वे तुलसीराम सिलावट के लिए काम कर उन्हें 50 हजार से ज्यादा बड़ी जीत दिला चुके हैं।