नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। ‘अगर कोई महिला सुंदर नहीं है तो बहुत मुश्किल है कि वो पुरुषों को अपनी लीडरशिप में काम करवा सके। पुरुषों को महिलाओं के लीडरशिप में काम करना पसंद नहीं। एनआइटी त्रिची से लापता छात्रा के भावुक कर देने वाले लेटर ने महिला लीडरशिप को लेकर नई बहस को खड़ा कर दिया है।
एनआइटी त्रिची (तमिलनाडु) के हॉस्टल से एमसीए प्रथम वर्ष की छात्रा ओजस्वी गुप्ता करीब एक पखवाड़े से गायब है। घरवालों का आरोप है कि कक्षा के लड़कों की प्रताड़ना से परेशान होकर उसे हॉस्टल छोड़ना पड़ा। हॉस्टल छोड़ने से पहले लिखे पत्र में उसने कहा था कि पुरुष प्रधान समाज में रहना आसान नहीं है।
त्रिची से गुम इंदौर की छात्रा के परिजनों को 15 सितंबर को उन्हें त्रिची के दुआकुडी पुलिस स्टेशन से फोन आया था। पुलिस ने कहा कि आपकी बेटी हॉस्टल से लापता हो गई है। पुलिस ने हमें वहां बुलाया था। शनिवार को मुख्यमंत्री के शहर प्रवास के दौरान महापौर पुष्यमित्र भार्गव, एमआइसी सदस्य अभिषेक शर्मा ने छात्रा के स्वजन को एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री से मिलवाया।
एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने मुलाकात कर उन्हें आश्वासन दिया कि प्रदेश सरकार इंदौर की बेटी को तलाशने का हरसंभव प्रयास करेगी। कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने भी इस मामले में तमिलनाडु पुलिस कमिश्नर से मोबाइल पर चर्चा की है।