
नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। एमआर 9 से एलआईजी लिंक रोड चौड़ीकरण में बाधक 140 मकानों के खिलाफ मंगलवार को नगर निगम का हथौड़ा चला।
करीब सात घंटे चली कार्रवाई में किसी मकान का दो फीट हिस्सा हटाया गया तो किसी का 25 फीट हिस्सा हटाना पड़ा। यह सड़क 60 फीट चौड़ी बनाई जाना है। नगर निगम ने पहले ही मकानों को चिह्नित कर निशान लगा दिए थे।
यही वजह थी कि कई लोगों ने खुद ही अपने बाधक निर्माण हटा लिए थे। एमआर 9 से एलआइजी लिकं रोड में 350 से ज्यादा बाधित मकान चिह्नित किए गए हैं। नगर निगम शेष मकानों के खिलाफ गुरुवार को कार्रवाई करेगा। मंगलवार को हुई कार्रवाई के दौरान रहवासियों ने विरोध जताते हुए हंगामा भी किया।
हालांकि, पर्याप्त पुलिस बल की वजह से कोई बड़ा हंगामा नहीं हो सका। मालवीय नगर से शुरू हुई कार्रवाई के लिए नगर निगम के अधिकारियों ने सोमवार शाम से ही तैयारी शुरू कर दी थी। नगर निगम के अमले को सुबह सात बजे मालवीय नगर चौराहे पर पहुंचने के निर्देश दिए गए थे।
कार्रवाई के दौरान विवाद की स्थिति से निपटने के लिए अन्य जोन क्षेत्रों से भी भवन अधिकारी, भवन निरीक्षकों की तैनाती की गई थी। सुबह लगभग आठ बजे टीम ने कार्रवाई शुरू की। निगम की टीम में डेढ सौ से ज्यादा कर्मचारी अधिकारी शामिल थे। हंगामे की आशंका के चलते आसपास के थाना क्षेत्र से पुलिस बल बुलवा लिया गया था।
क्षेत्र में अचानक इतने अधिकारी-कर्मचारियों को देखकर रहवासी चकित रह गए। कार्रवाई शुरू करने से पहले मोबाइल वैन क्षेत्र में मुनादी भी करवाई गई ताकि रहवासी बाधक मकानों से अपना सामान सुरक्षित निकाल सकें। पहले ही लगा दिए थे निशान भवन अधिकारी विनोद अग्रवाल और सहायक रिमूवल अधिकारी बबलू कल्याणे ने बताया कि कार्रवाई की तैयारी कई दिनों से चल रही थी।
बाधक मकानों को चिह्नित कर पहले ही निशान लगाए जा चुके थे। कई लोगों ने बाधक निर्माण हटा भी लिए थे। बावजूद इसके कुछ जगह विवाद की स्थिति बनी हालांकि कोई बड़ा विवाद नहीं हुआ। 29 मकान पूरी तरह से हटेंगे, प्रधानमंत्री आवास में देंगे फ्लैट एमआर 9 से एलआइजी लिंक रोड तक होने वाले चौड़ीकरण में 350 बाधक मकान चिह्नित किए गए हैं।
इनमें से 29 मकान ऐसे हैं जो शत प्रतिशत जमींदोज होंगे। ऐसे मकान स्वामियों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत फ्लैट उपलब्ध कराए जाएंगे। भवन अधिकारी अग्रवाल ने बताया कि मंगलवार को इन 29 मकानों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई।
इन मकानों में रह रहे परिवारों की शिफ्टिंग के बाद ही इनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पांच अलग-अलग टीमों ने दिया कार्रवाई को अंजाम कार्रवाई तेजी से करने के उद्देश्य से नगर निगम ने पांच टीमें बनाई थीं। इन टीमों ने त्वरीत कार्रवाई करते हुए मशीनों की मदद से सात घंटे में बाधक निर्माण हटा दिए।