नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। सरकारी विभागों में रिक्त अभियांत्रिकी पदों को भरने के लिए राज्य अभियांत्रिकी सेवा परीक्षा 2024 रविवार को आयोजित की गई। हालांकि इस परीक्षा में अभ्यर्थियों की उपस्थिति अपेक्षाकृत कम रही। परीक्षा के दौरान एक नकल प्रकरण सामने आया, जिसमें उड़नदस्ते ने एक अभ्यर्थी को स्मार्ट वॉच पहनकर परीक्षा देते हुए पकड़ा।
इस घटना के बाद मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) की केंद्रों में जांच व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं, क्योंकि केंद्र में प्रवेश के बाद अभ्यर्थियों की तीन स्तर पर जांच होती है। आयोग के अधिकारियों के अनुसार अभ्यर्थी स्मार्ट वाच छिपाकर केंद्र में ले जाने में सफल रहा।
आयोग ने 23 पदों के लिए राज्य अभियांत्रिकी सेवा परीक्षा 2024 का आयोजन किया। शहरभर के 13 केंद्रों पर कुल आठ हजार में से साढ़े चार हजार अभ्यर्थी परीक्षा देने पहुंचे। परीक्षा का समय दोपहर 12 से तीन बजे तक था। अभ्यर्थी सुबह 10.30 बजे से केंद्र पर पहुंचने लगे थे। केंद्रों पर चेकिंग के दौरान कुछ उम्मीदवारों के पास स्मार्ट वाच और केल्कुलेटर पाए गए, जिन्हें परीक्षा कक्ष के बाहर ही रखवा लिया गया। इसके अलावा, कुछ अभ्यर्थियों को जूते और मोजे भी उतरवाने पड़े।
हालांकि, इतनी चेकिंग के बावजूद एक अभ्यर्थी स्मार्ट वाच पहनकर परीक्षा दे रहा था। यह घटना शासकीय विधि महाविद्यालय में हुई, जहां उड़नदस्ते और आब्जर्वर की नजर एक घंटे बाद घड़ी पर पड़ी। इसके बाद अभ्यर्थी के खिलाफ नकल प्रकरण दर्ज किया गया।
आयोग ने वर्षों बाद राज्य अभियांत्रिकी सेवा की लिखित परीक्षा का पैटर्न बदला है। इस बार नए पैटर्न पर प्रश्न पूछे गए हैं। तीन घंटे में दो पेपर हुए। पहला पेपर 150 अंकों का सामान्य अध्ययन का था, जिसमें राज्य और करंट अफेयर पर आधारित 50 प्रश्न पूछे गए। इसमें सांची के स्तूप का निर्माणकर्ता, प्रदेश में बहने वाली नदियों की संख्या, राज्य का पहला जिला आदि प्रश्न शामिल थे। दूसरा पेपर 300 अंकों का विषय आधारित था, जिसमें 100 प्रश्न थे। इस प्रकार लिखित परीक्षा कुल 450 अंकों की रही।
सामान्य अध्ययन के प्रश्नों को लेकर रूपाली जोशी ने कहा कि यह काफी सरल थे, जो स्कोरिंग में मदद करेंगे। प्रदेश से जुड़े अधिकांश प्रश्न पूछे गए, जिनमें करंट अफेयर, राजनीति, भूगोल और कृषि क्षेत्र से संबंधित थे। वहीं, अमित सिसोदिया ने बताया कि प्रतियोगी परीक्षाओं के अनुभव के कारण सामान्य अध्ययन की तैयारी अच्छी रही, जबकि इंजीनियरिंग आधारित प्रश्नों को हल करने में अधिक समय लगा।
एमपीपीएससी के ओएसडी रवींद्र पंचभाई से सीधी बात
- क्या कोई नकल प्रकरण बना?
13 केंद्रों पर परीक्षा हुई, जिसमें एक नकल प्रकरण बना है।
- तीन चरण में चेकिंग होती है फिर भी स्मार्ट वाच लेकर अभ्यर्थी कैसे पहुंचा?
केंद्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार अभ्यर्थी ने स्मार्ट वाच जेब में छिपाकर ले गया था।
- किसने प्रकरण बनाया है?
उड़नदस्ते और आब्जर्वर ने नकलची अभ्यर्थी को पकड़ा।
एक्सपर्ट अनमोल सोलंकी का कहना है कि पद कम होने से कटआफ अधिक जाएगा। सामान्य अध्ययन का प्रश्न पत्र सरल था। विषय संबंधित प्रश्न पत्र में कई सवाल को हल करने में थोड़ा समय लगा है। सामान्य अध्ययन की वजह से अभ्यर्थियों को स्कोरिंग करने में मदद मिलेगी।