इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। मालवा मिल-पाटनीपुरा रोड पर निर्माणाधीन पुल का काम समय पर पूरा न होने के कारण रविवार रात एक बड़ा हादसा हो गया। 35 वर्षीय राधेश्याम कुशवाह वाहन सहित पुल से नीचे गिर गए, जिससे उनकी मौत हो गई।
चार महीने से अधिक समय से सड़क बंद है, लेकिन नगर निगम और ठेकेदार कंपनी के वादों के बावजूद 40 प्रतिशत से ज्यादा काम अधूरा है। हादसे के बाद क्षेत्र के व्यापारी और निवासी आक्रोशित हैं, जिन्होंने सोमवार को जोरदार प्रदर्शन किया।
30 मार्च 2025 को नगर निगम ने इस पुल को तोड़कर नया निर्माण शुरू किया था। उस समय दावा किया गया था कि 100 दिन में पुल चालू हो जाएगा, लेकिन अब साढ़े चार माह बीत चुके हैं। अभी भी निर्माण कार्य का बड़ा हिस्सा बाकी है। पुल 30 मीटर चौड़ा और 21 मीटर लंबा बनाया जाना है, जिस पर करीब छह करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं।
टेंडर की शर्तों के मुताबिक निर्माण स्थल के दोनों ओर पर्याप्त रोशनी और बेरिकैडिंग का इंतजाम होना चाहिए था, लेकिन मौके पर रोशनी नहीं है व बेरिकैडिंग के भी ठीक इंतजाम नहीं हैं। सड़क पर मिट्टी के ढेर डालकर रास्ता रोका गया है, जो रात के अंधेरे में दिखाई नहीं देता। हादसे की रात राधेश्याम का वाहन ऐसे ही एक ढेर से टकराकर नाले में गिर गया। स्थानीय लोगों ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
पुल बंद होने के कारण आसपास के व्यापारियों का कारोबार ठप हो गया है। लोगों का कहना है कि चार महीने से वे आर्थिक संकट में हैं। सोमवार को आक्रोशित व्यापारी और निवासी निर्माणाधीन पुल के पास पहुंचे और निगम व ठेकेदार के खिलाफ नारेबाजी की। उनका आरोप है कि सुरक्षा इंतजाम में लापरवाही के कारण ही यह हादसा हुआ है।
मुख्य मार्ग बंद होने से वाहन चालकों को छोटी गलियों से होकर गुजरना पड़ रहा है। इन गलियों में दिन-रात यातायात का दबाव रहता है और गड्ढों के कारण हालत और भी खराब हो गई है।
जनकार्य समिति प्रभारी राजेंद्र राठौर ने कहा कि ठेकेदार एजेंसी को काम की गति बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं और 2 अक्टूबर तक पुल पूरी तरह चालू कर दिया जाएगा। इससे पहले दोपहिया वाहनों का आवागमन शुरू करने की योजना है। साथ ही, बेरिकैडिंग और रोशनी की व्यवस्था सुनिश्चित करने को भी कहा गया है।