नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। पाटनीपुरा चौराहा और मालवा मिल चौराहा के बीच बना नया ब्रिज सुविधा के बजाय परेशानी का कारण बन गया है। नगर निगम ने दो अक्टूबर को इसका लोकार्पण तो किया, लेकिन इस बात पर ध्यान नहीं दिया गया कि ब्रिज और सड़क के बीच लगभग चार इंच का अंतर है। इस कारण वाहन चालकों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
जैसे ही वाहन ब्रिज पर चढ़ते हैं, वे अचानक चार इंच नीचे उतर जाते हैं। ब्रिज समाप्त होते ही फिर से यही समस्या उत्पन्न होती है, जिससे वाहनों को सड़क पर चढ़ने में कठिनाई होती है। इसके अलावा, ब्रिज के आसपास पूरे क्षेत्र में दिनभर धूल उड़ रही है। ब्रिज पर आवागमन शुरू हुए दो दिन हो चुके हैं, लेकिन नगर निगम ने अब तक समस्याओं का समाधान नहीं किया है। इस ब्रिज से रोजाना सवा लाख से अधिक लोग गुजरते हैं।
पाटनीपुरा चौराहा-मालवा मिल चौराहा के बीच पुराना ब्रिज लगभग 100 साल पुराना और जीर्ण-शीर्ण हो गया था। यह केवल 40 फीट चौड़ा था। इस कारण अक्सर जाम की स्थिति उत्पन्न होती थी। 30 मार्च 2025 को नगर निगम ने पाटनीपुरा से मालवा मिल की ओर जाने वाली सड़क को बंद कर ब्रिज तोड़ने का कार्य शुरू किया था। नया ब्रिज लगभग 100 फीट चौड़ा है। निगम ने दावा किया था कि नया ब्रिज 100 दिन में तैयार हो जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
ब्रिज निर्माण में देरी के खिलाफ क्षेत्र के व्यापारियों ने निगम मुख्यालय पर प्रदर्शन भी किया था। उनका कहना था कि सड़क बंद होने से उनका व्यापार प्रभावित हो रहा है। इस पर निगम के अधिकारियों ने आश्वासन दिया था कि दो अक्टूबर को ब्रिज पर आवागमन शुरू कर दिया जाएगा। ऐसा हुआ भी, लेकिन अधिकारी ब्रिज पर आवश्यक कार्य करवाना भूल गए। वर्तमान में ब्रिज और सड़क के बीच का अंतर लोगों की परेशानी का कारण बना हुआ है। लोगों का कहना है कि इस वजह से उनके वाहन खराब हो रहे हैं।
यह सत्य है कि ब्रिज और सड़क के बीच कुछ इंच का अंतर है। इसे दूर करने के लिए सड़क और ब्रिज के बीच डामर की परत बिछाई जाएगी। इसके बाद यह समस्या समाप्त हो जाएगी। आसपास के क्षेत्र में भी डामरीकरण करवाया जाएगा। वर्तमान में वर्षा होने की आशंका है और डामर के प्लांट बंद हैं, इस कारण काम में देरी हो रही है। जल्द ही डामरीकरण शुरू कर दिया जाएगा। - राजेंद्र राठौर, जनकार्य प्रभारी नगर निगम इंदौर