Indore News: श्रीमहालक्ष्मी नगर में एक तरफ मकान बनाने की शुरुआत, दूसरी तरफ कई सदस्य अब भी भूखंड से वंचित
Indore News: सदस्य प्लाट पर निर्माण शुरू करने जा रहे हैं, जिसके लिए पानी और बिजली की जरूरत लग रही है।
By Sameer Deshpande
Edited By: Sameer Deshpande
Publish Date: Tue, 06 Sep 2022 03:02:11 PM (IST)
Updated Date: Tue, 06 Sep 2022 03:02:10 PM (IST)

Indore News: इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। देवी अहिल्या श्रमिक कामगार गृह निर्माण सहकारी संस्था की श्री महालक्ष्मी नगर कालोनी में एक तरफ कुछ सदस्यों के मकान बनाने की शुरुआत की गई है तो दूसरी तरफ भूखंड से वंचित कई सदस्यों की समस्याओं का अब तक निराकरण नहीं हो पाया है। यह सदस्य अब तक अपने प्लाट के लिए भटक रहे हैं। बहरहाल सोमवार को संस्था के संचालक मंडल ने श्रीमहालक्ष्मी नगर में सदस्यों के मकानों के निर्माण की शुरुआत कराई। इस मौके पर विधायक महेंद्र हार्डिया, पार्षद संगीता जोशी और संस्था अध्यक्ष विमल अजमेरा, उपाध्यक्ष पंकज जायसवाल सहित अन्य सदस्य मौजूद थे।
संस्था के पदाधिकारियों ने संस्था में अब तक हुए कार्यों के बारे में बताया और सभी सदस्यों से आग्रह किया कि वे अपने-अपने प्लाट पर निर्माण शुरू करें। पदाधिकारियों ने विधायक से अनुरोध किया कि सदस्य प्लाट पर निर्माण शुरू करने जा रहे हैं, जिसके लिए पानी और बिजली की जरूरत लग रही है। इसके लिए सुविधा उपलब्ध कराई जाए। इस पर विधायक ने तुरंत तीन ट्यूबवेल की स्वीकृति प्रदान की। इस मौके पर गौरीशंकर लखोटिया, अरुण सक्सेना, राजेश अग्रवाल, पंकज जैन, संजय सोडानी, हंसराज शर्मा, विरल गांधी, जितेंद्र जैन, सचिन पाटोदी भी उपस्थित थे।
दूसरी तरफ प्लाट से वंचित सदस्य अशोक कपूर, मोहित डाबी, प्रवीण बाहेती और नीलम मंत्री ने कहना है कि संस्था की वर्ष 2000-2001 की आडिट रिपोर्ट में विमल अजमेरा, मंजू विमल अजमेरा, वितुल अजमेरा को सदस्यता से बाहर बताया गया था। इसके बाद वर्ष 2005-06 तक के आडिट में भी इनके द्वारा सदस्यता ग्रहण नहीं की गई। इस बारे में संस्था में आपत्ति लगाई गई थी, लेकिन अध्यक्ष ने अब तक कोई जवाब नहीं दिया है। पहले संस्था की अयोध्यापुरी कालोनी के सदस्यों की सूची सहकारिता विभाग में प्रस्तुत की गई थी, उसमें भी दोनों बार संस्था अध्यक्ष अजमेरा की सदस्यता की तारीख अलग-अलग बताई गई है। इससे साफ होता है कि संस्था अध्यक्ष की सदस्यता पहले ही समाप्त हो चुकी है और वे इस पद पर रहने लायक नहीं हैं। ऐसे सदस्यों को अपात्र घोषित कर अध्यक्ष पद से हटाया जाए।