इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि Leopard Hunt Indore। आठ महीने पुराने तेंदुआ गोलीकांड में भले ही स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स (एसटीएसएफ) सुलझाने का दावा कर रही है, लेकिन उनकी जांच पर उंगलियां खड़ी होने लगी है। जंगली सूअर का शिकार करने वालों को प्रकरण में आरोपित बना दिया है। इन कथित चार शिकारियों को अधिकारियों ने तेंदुए को गोली मारना बताया है, जबकि एक शिकारी मोहन डाबी अभी फरार है, जिसकी मदद एसटीएसएफ का एक डिप्टी रेंजर करने में लगा है।
जेल गए एक शिकारी के बेटे नितिन जाधव का कहना है कि अधिकारियों ने बेवजह प्रकरण मेरे पिता और बाकी साथियों पर थोपा है। यहां तक डाबी को डिप्टी रेंजर बचा रहा है, जो लगातार उसके संपर्क में बना है। हालांकि एसटीएसएफ के पास चार्टशीट पेश करने के लिए महज पचास दिन शेष है।
एसटीएसएफ ने रमेश, विष्णु, राजेंद्र जाधव, रामचरण को तेंदुए को गोली मारने में आरोपी बनाया है, लेकिन केस डायरी में यह स्पष्ट नहीं कर पाए है कि गोली किसने और कैसे मारी है। यहां तक इन शिकारियों का टावर डम डाटा और कॉल डिटेल रिपोर्ट का ठीक से अध्ययन नहीं किया है। इनकी नयापुरा में महज कुछ मिनटों की लोकेशन सामने मिली है। सूत्रों के मुताबिक इनमें से दो शिकारी घड़िया और पिवडाए गांव में रहते है, जो घटनास्थल नयापुरा से महज 10 किमी की भीतर है, जबकि आरोपी के घर से जब्त बंदूक की फॉरेंसिक जांच भी नहीं करवाई है।
सूत्रों के मुताबिक आठ महीने की जांच में इन शिकारियों के बारे में कोई पुख्ता सबूत एसटीएसएफ के पास नहीं है। वैसे जिनके खिलाफ जांच एजेंसी के पास सबूत उनसे अधिकारी सख्ती से पूछताछ भी नहीं कर पाए है, क्योंकि एक संग्दिध एसटीएसएफ को दो वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क साधे हुए है। शिकारियों के स्वजन के अलावा ग्रामीण भी अब एसटीएसएफ की जांच को गलत बता रहे है। ग्रामीणों के मुताबिक तेंदुए गोलीकांड में दो रसूखदारों लिप्त है, जो आए दिन जंगल में दिखाई देते है।
इसके बारे में एसटीएसएफ के अधिकारियों को भी बताया है, जिसमें एक डाक्टर भी शामिल है। मगर इस दिशा में अधिकारी जांच नहीं कर रहे है। बल्कि सूअर के शिकारियों पर तेंदुए का प्रकरण थोप दिया है। मोहन डाबी बीस दिन से फरार है। जिसे भोपाल में पदस्थ एक डिप्टी रेंजर लगातार बातचीत हो रही है। अभिवक्ता अभिजीत पांडे प्रकरण को लेकर कोर्ट में याचिका लगाने की तैयारी कर रहे हैं। मई आखिरी सप्ताह तक एसटीएसएफ के पास चार्जशीट प्रस्तुत करने का समय है।