Online Sattebaji: इंदौर में ईडी का एक्शन… धनगेम्स और सट्टा मटका ऐप चलाने वाले की 1 करोड़ की संपत्ति अटैच
गुजरखेडा (महू) निवासी लोकेश वर्मा ने इंदौर के सॉफ्टवेयर इंजीनियर मनोज मालवीय से मिलकर 10 लाख में धन गेम और धन कुबेर सट्टा ऐप बनवाया था। दोनों इसके बाद ऑनलाइन सट्टेबाजी में कूद गए।
Publish Date: Tue, 04 Feb 2025 09:21:48 AM (IST)
Updated Date: Tue, 04 Feb 2025 09:21:48 AM (IST)
इस मामले में पुलिस ने 9 सटोरियों को गिरफ्तार किया था। (फाइल फोटो)HighLights
- लोकेश वर्मा है इस पूरे गेम का मास्टरमाइंड
- गुजरोखेड़ा में रहता है, दो साल पड़ा था छापा
- 8.89 करोड़ की संपत्ति पहले ही हो चुकी अटैच
नईदुनिया, इंदौर। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी के मामले में प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए), 2002 के तहत संपत्ति अटैच की है। इसकी कीमत 1 करोड़ रुपये से अधिक की है।
यह संपत्तियां मनोज मालवीय की हैं, जो महू के सट्टेबाज लोकेश वर्मा और निखिल हलभवी उर्फ अजय रतन राजपूत के साथ मिलकर ऑनलाइन सट्टेबाजी के संचालन में सक्रिय रूप से शामिल था।
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धनगेम्स और सट्टा मटका ऐप से चलता था गोरखधंधा
- ईडी ने बताया कि मध्य प्रदेश पुलिस की एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की गई थी। पता चला कि धनगेम्स और सट्टा मटका ऐप जैसे अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप मध्य प्रदेश, कर्नाटक और अन्य हिस्सों में संचालित किए जा रहे थे।
ऐप ने उपयोगकर्ताओं को मोबाइल नंबर के माध्यम से पंजीकरण करने और यूपीआई के माध्यम से धनगेम्स वॉलेट में पैसे ट्रांसफर करने और सट्टेबाजी में शामिल होने की अनुमति दी।
इन सट्टा मटका ऐप के माध्यम से उत्पन्न अवैध धन को लोकेश वर्मा और मनोज मालवीय द्वारा डमी व्यक्तियों के नाम पर खोले गए फर्जी बैंक खातों के जाल के माध्यम से खपाया जाता।
बेनामी बैंक खातों में सट्टेबाजी के संचालन से उत्पन्न अपराध की आय को ठिकाने लगाया गया और संपत्ति खरीदने के लिए उपयोग किया गया। जानकारी पुष्ट होने के बाद पुलिस ने कार्रवाई तेज की। यहां भी क्लिक करें - ब्रोकर गौरव केडिया को कोलकाता से गिरफ्तार, शेयर ट्रेडिंग के जरिए खपाता था कालाधन
दो साल पहले ईडी ने मारा था छापा
इस पूरे गेम का मास्टरमाइंड लोकेश वर्मा है। इसका महू गुजरोखेड़ा निवास है। यहां दो साल पहले ईडी ने छापा मारा था। इसके पहले ईडी 8.89 करोड़ की संपत्ति पहले ही लोकेश की अटैच कर चुकी है। छापे के दौरान 46 लाख नकद भी जब्त किए थे।
नौकरी पर लड़कों को रखकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऑनलाइन मटका सट्टे का कारोबार फैला लिया। को-ऑपरेटिव बैंक में कई फर्जी खाते भी खोले। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चल रहे सट्टा के कारोबार की सूचना पर महू पुलिस ने अक्टूबर 2020 में गुजरखेडा स्थित एक मकान में छापा मारा।
पुलिस ने 9 सटोरियों को गिरफ्तार किया था। 1.33 करोड़ रुपए जब्त किए थे। पुलिस ने लोकेश वर्मा, विकास यादव, जितेन्द्र लोवंशी, हेमंत गुप्ता, सोनू गुप्ता, पलाश अभिचंदानी, शुभम कलमे, मुकेश अभिचंदानी और मनोज मालवीय को गिरफ्तार किया था।
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