नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। पाटनीपुरा-मालवा मिल मार्ग पर बन रहे ब्रिज का काम तेज गति से चल रहा है। इसका लोकार्पण दो अक्टूबर को गांधी जयंती पर होना है। ब्रिज पर आवागमन शुरू होने से एक लाख से ज्यादा लोगों को फायदा होगा। निर्माण के अंतिम चरण में स्टार्म वाटर लाइन बिछाने और कनेक्टिंग रोड बनाने का काम शुरू हो गया है।
मालवा मिल-पाटनीपुरा मार्ग को इसी वर्ष 30 मार्च को बंद किया गया था। यहां पुराने ब्रिज के स्थान पर 30 मीटर चौड़ा और 21 मीटर लंबा नया पुल बनाया जा रहा है। पुराना पुल करीब 100 वर्ष पुराना था और जीर्णशीर्ण हो गया था। नए पुल के निर्माण पर करीब छह करोड़ रुपये लागत आ रही है।
इसके तैयार होने के बाद क्षेत्रवासियों को बड़ी राहत मिलेगी। पुराना पुल संकरा होने से कई बार जाम लगता था। नया पुल बनने के बाद जाम से मुक्ति मिलेगी। पुराना पुल सिर्फ 40 फीट चौड़ा था।
इंदौर शहर को वायु सर्वेक्षण में नंबर वन का खिताब मिल चुका है, लेकिन शहर की सड़कें और चौराहे धूल के गुब्बार से भरे हुए हैं, जिससे वाहन चालकों और निवासियों को सांस लेना मुश्किल हो रहा है। वर्षा के थमने के एक सप्ताह के भीतर ही शहर के कई स्थानों पर धूल के कारण स्थिति गंभीर हो गई है।
पूर्व से पश्चिम क्षेत्र, रिंग रोड, बायपास और इंदौर-देवास जाने वाली सड़कों पर बड़े गड्ढों के कारण धूल की समस्या बढ़ गई है। विशेष रूप से पंचवटी से देवासनाका चौराहा तक और रिंग रोड पर मूसाखेड़ी चौराहा एवं आइटी पार्क चौराहा की स्थिति अत्यंत दयनीय है।
नगर निगम, प्रशासन और मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की जिम्मेदारी है कि वे शहर की वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए प्रयास करें। लेकिन, वास्तविकता यह है कि इन विभागों के अधिकारी वायु गुणवत्ता की निगरानी के नाम पर केवल खानापूर्ति कर रहे हैं। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, पिछले एक महीने में शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 37 से 40 के बीच बना हुआ था, जबकि अब यह 41 से 72 तक पहुंच गया है।
तीन महीनों से बंद दो डिस्प्ले बोर्ड अब हुए शुरू
मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने प्रदूषण की जानकारी प्रदर्शित करने के लिए आधुनिक डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड एयरपोर्ट रोड, महूनाका चौराहा, रीगल तिराहा, पलासिया, चोइथराम चौराहा और पोलोग्राउंड पर लगाए हैं। महूनाका चौराहा और चोइथराम चौराहा पर लगे बोर्ड पिछले तीन महीनों से बंद थे, जिन्हें बुधवार को सुधार दिया गया है।
इन महत्वपूर्ण स्थानों पर प्रदूषण से संबंधित जानकारी उपलब्ध नहीं हो पा रही थी। इन डिस्प्ले बोर्डों पर हवा और ध्वनि प्रदूषण का डेटा, वास्तविक समय तापमान, आर्द्रता, हवा की गति और दिशा प्रदर्शित की जाती है। ये डिस्प्ले बोर्ड विजयनगर, कोठारी मार्केट और सांवेर रोड पर बने स्टेशन से जुड़े हुए हैं।