PG Course CLC Round Indore: इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। यूजी और पीजी कोर्स की खाली सीटों में प्रवेश को लेकर कालेज लेवल काउंसिलिंग (सीएलसी) चल रही है। एमए, एमकाम, एमएससी सहित अन्य पीजी कोर्स में सोमवार को रजिस्ट्रेशन का अंतिम दिन है। पीजी की सरकारी कालेजों में 70 और निजी कालेजों में 60 प्रतिशत सीटें भर चुके है। काउंसिलिंग के आखिरी दौर में 40 प्रतिशत खाली सीटों के लिए आवेदन मांगवाए है। दस्तावेजों का सत्यापन मंगलवार तक किया जाएगा। हालांकि यूजी कोर्स में बुधवार यानी 22 सितंबर तक छात्र-छात्राएं सीएलसी को लेकर आवेदन कर सकेंगे। बीए, बीकाम और बीएससी की 45 प्रतिशत सीटें खाली है।
सरकारी कालेज में दिलचस्पी
जनरल प्रमोशन के आधार पर एमपी बोर्ड और सीबीएसई ने 12वीं के विद्यार्थियों का मूल्यांकन किया है। फर्स्ट ईयर में प्रवेश के लिए अगस्त से काउंसिलिंग चल रही है। यूजी-पीजी कोर्स में दाखिला को लेकर आनलाइन-आफलाइन काउंसिलिंग के दो चरण हो गए है। मगर सरकारी और निजी कालेजों में सीटें अभी खाली है। जानकारों के मुताबिक यूजी कोर्स में नई शिक्षा नीति लागू होने से विद्यार्थियों को विषय चयन करने में समय लग रहा है।
यहां तक कालेज भी छात्र-छात्राओं को नई नीति के बारे में ठीक से समझा नहीं पा रहा है। गवर्नमेंट आर्ट्स एंड कामर्स कालेज, होलकर साइंस कालेज, निर्भय सिंह पटेल न्यू साइंस कालेज, गवर्नमेंट ला कालेज, ओल्ड जीडीसी, न्यू जीडीसी में यूजी कोर्स को लेकर स्थिति अच्छी है। 60-75 प्रतिशत तक दूसरे चरण की काउंसिलिंग तक कटआफ रहा है। फिर भी सीटें खाली है। विद्यार्थी पहले सरकारी कालेज में प्रवेश को लेकर रूचि दिखा रहे है। इसके चलते निजी कालेज की सीटें भरने में परेशानी आ रही है। निजी कालेज में यूजी कोर्स की अभी 45 प्रतिशत सीटों पर प्रवेश होना बाकी है। सीएलसी में 22 सितंबर तक रजिस्ट्रेशन होंगे। 23 सितंबर तक दस्तावेज सत्यापन होंगे। फिर मेरिट बनाई जाएगी। उसके बाद कालेज अपनी-अपनी आवंटन सूची जारी करेंगे। यह सूची 26 सितंबर को आएगी।
25 सितंबर को आवंटन
एमए, एमकाम और एमएससी सहित अन्य पीजी कोर्स में सरकारी-निजी कालेजों की स्थिति में मामूली अंतर है। मगर स्नातक कर चुके विद्यार्थियों की पहली पसंद सरकारी कालेज बने हुए है। सरकारी कालेज की आस लगाए बैठे विद्यार्थियों के लिए प्रवेश का आखिरी मौका है। सोमवार के बाद विद्यार्थियों को दस्तावेज की जांच करवाना है। 25 सितंबर को आवंटन जारी होंगे। फिर छात्र-छात्राओं को अल्पसंख्यक कालेजों में दाखिला मिल पाएगा।
आफलाइन काउंसिलिंग भी 30 सितंबर तक चलेगी। सीधे प्रवेश के लिए इंदौर क्रिश्चियन, गुजराती, जैन दिवाकर, रेनेसां, अरिहंत, विशिष्ट, इस्बा, आईआईएल, इंदौर महाविद्यालय, इंदौर इंटरनेशनल, आक्सफोर्ड, आईपीएस और एलेक्जिया सहित 38 कालेज है। यहां भी 65-70 प्रतिशत सीटों पर प्रवेश हो चुका है। 30 सितंबर बाद इन कालेजों में भी प्रवेश नहीं होगा। विभाग के निर्देश पर 1 अक्टूबर को आनलाइन-आफलाइन कालेजों को खाली सीटों और प्रवेश ले चुके विद्यार्थियों की जानकारी भेजना है।