
इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। पंजाब नेशनल बैंक की जवाहर मार्ग शाखा में करोड़ों रूपयों का ऋण घोटाला हुआ है। तत्कालीन बैंक अफसरों, मूल्यांकनकर्ता और वकील पर शक है। फर्जीवाड़े का तानाबाना 'इंदौरी नीरव' राजीव द्वारा रचा गया है। आर्थिक अपराध ब्यूरो (ईअोडब्ल्यू) व पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।
जूनी इंदौर थाना पुलिस ने हाल ही में आनंद कसेरा नामक व्यक्ति को धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया है। आनंद पर दूसरे के प्लॉट पर दो करोड़ 50 लाख रुपये का लोन लेने का आरोप है। इस केस की गहराई से पड़ताल हुई तो पता चला पर्दे के पीछे उसका जीजा राजीव है। वह इसी प्लॉट पर पत्नी आशा के नाम से दो करोड़ 80 लाख रुपये का ऋण ले चुका है। इस मामले में अब ईओडब्ल्यू जांच में जुटा है। पुलिस को जानकारी मिली है कि फर्जीवाड़ा बैंक अफसरों की सहमती और सांठगांठ से हुआ है। जूनी इंदौर थाना पुलिस ने गुरुवार को तत्कालीन बैंक अफसर, मूल्यांकनकर्ता और महिला वकील से पूछताछ की। शुक्रवार को आनंद कसेरा से ईओडब्ल्यू डीएसपी अनिरुद्ध वाधिया भी पूछताछ करने पहुंचे। अफसरों ने बैंक से दस्तावेज भी जब्त कर लिए हैं। छानबीन में पता चला आरोपित फर्जी कंपनियां बनकर लोन स्वीकृत करवा रहे थे।
बैंक निलामी में खुला फर्जीवाड़े का राज
मामला सिंधू कॉलोनी स्थित ज्योति और लोकचंद मेघानी के प्लॉट से जुड़ा है। आरोपितों ने खाली प्लॉट के पेपर तैयार कर दो करोड़ 50 लाख रूपये का ऋण ले लिया था। किस्तें जमा नहीं करने पर बैंक ने नीलामी निकाल कर प्लॉट का कब्जा लेने की प्रक्रिया शुरू की और अफसर कब्जा लेने पहुंचे तो पूरा राज खुल गया। आनंद की फर्जी कंपनी शिवनेरी एग्रोटेक बनाकर लिया है।