
उदय प्रताप सिंह, नईदुनिया, इंदौर। दीपावली की रात हुई आतिशबाजी और पटाखों के धुएं के कारण प्रदूषण वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) इंदौर में उच्च स्तर पर पहुंचा। रीगल क्षेत्र में सोमवार रात तीन बजे से मंगलवार अल सुबह चार बजे तक प्रदूषण ‘खतरनाक’ स्तर 500 पर रहा। यही स्थिति एयरपोर्ट क्षेत्र में भी रही, जहां सात घंटे तक वायु गुणवत्ता सूचकांक का स्तर 500 रहा। रात में कुछ समय के लिए वायु प्रदूषण स्तर की यह स्थिति शहरवासियों के स्वास्थ्य के लिए इमरजेंसी अलर्ट की तरह ही थी। रेसीडेंसी क्षेत्र में रात 12 से दो बजे तक प्रदूषण उच्च स्तर पर पहुंचा।
शहर के इन तीन इलाकों के मुकाबले रीजनल पार्क क्षेत्र में ज्यादा हरित क्षेत्र व कम आबादी होने के कारण प्रदूषण स्तर कम रहा। इस क्षेत्र में प्रदूषण का उच्चतम स्तर 395 तक पहुंचा, जो खतरनाक श्रेणी में है। इस तरह की स्थिति आम लोगों के स्वास्थ्य के लिए आपातकालीन स्थिति मानी जाती है। यानी वायु गुणवत्ता सूचकांक की खतरनाक श्रेणी के दौरान घर से बाहर निकलने वाले लोगों को खांसी, श्वसन संबंधी बीमारी होने का खतरा ज्यादा रहता है।
सोमवार की रात शहर का एक्यूआई
| समय | रीगल तिराहा | एयरपोर्ट क्षेत्र | रेसीडेंसी क्षेत्र | रीजनल पार्क |
| शाम 6 से 7 | 161 | 65 | 52 | 75 |
| शाम 7 से 8 | 315 | 100 | 88 | 79 |
| रात 8 से 9 | 500 | 113 | 105 | 112 |
| रात 9 से 10 | 500 | 311 | 240 | 145 |
| रात 10 से 11 | 500 | 500 | 371 | 206 |
| रात 11 से 12 | 500 | 500 | 500 | 205 |
| रात 12 से 1 | 500 | 500 | 500 | 242 |
| रात 1 से 2 | 500 | 500 | 500 | 236 |
| रात 2 से 3 | 500 | 500 | 376 | 217 |
मंगलवार तड़के एक्यूआई
| समय | रीगल तिराहा | एयरपोर्ट क्षेत्र | रेसीडेंसी क्षेत्र | रीजनल पार्क |
| तड़के 3 से 4 | 500 | 500 | 317 | 292 |
| तड़के 4 से 5 | 346 | 500 | 288 | 325 |
| तड़के 5 से 6 | 300 | 374 | 189 | 211 |
(आंकड़े वायु गुणवत्ता सूचकांक के)
मप्र प्रदूषण कंट्रोल निगम द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक शहर में सोमवार का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक स्तर 154 रहा। इसके अलावा पिछले तीन वर्षों के मुकाबले शहर में इस बार दीपावली पर वायु गुणवत्ता सूचकांक का स्तर कम रहा। विजयनगर व रीगल क्षेत्र में पिछले वर्ष के मुकाबले इस बार भले प्रदूषण का स्तर कम दर्ज किया गया, लेकिन महूनाका क्षेत्र में इस बार पिछले साल के मुकाबले प्रदूषण अधिक रहा।

औसत स्तर प्रदूषण स्तर चिंता का स्तर लोगों पर प्रभाव

शहर और वायु गुणवत्ता सूचकांक
500 से अधिक एक्यूआई का स्तर आम लोगों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक स्थिति होती है। तय मानक से पीएम 10 व पीएम 2.5 का स्तर अधिक होने पर लोगों को निमोनिया व अस्थमा होने की आशंका रहती है। पहले से श्वसन व दमा संबंधित मरीजों के अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति बन सकती है। लंबे समय तक एक्यूआई का यह स्तर हो तो लोगों को कैंसर होने खतरा रहता है। सामान्यत: दीपावली के अगले एक सप्ताह तक ओपीडी में श्वसन रोग संबंधित मरीजों की संख्या बढ़ जाती है। -डॉ. शैलेष अग्रवाल, असिस्टेंट प्रोफेसर, मनोरमा राजे टीबी अस्पताल