
प्रोफेसर सुहास जोशी ने कहा - इंदौर से मेरा पुराना नाता, एक सप्ताह में पद ग्रहण करूंगा
इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) इंदौर को दो वर्ष बाद स्थायी निदेशक मिल गया है। आइआइटी मुंबई के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रो. सुहास जोशी आइआइटी इंदौर के निदेशक बनाए गए हैं। नईदुनिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि मेरा इंदौर से पुराना नाता रहा है। राजा रामन्ना प्रगत प्रौद्योगिकी केंद्र (आरआरकैट) के साथ मैं कई प्रोजेक्ट कर चुका हूं। आइआइटी इंदौर को गति देने के लिए मेरा पूरा ध्यान बेहतर गुणवत्ता वाली शिक्षा और शोध कार्यों को बढ़ावा देने पर रहेगा। एक सप्ताह में इंदौर पहुंचकर पद ग्रहण करूंगा। आइआइटी इंदौर में एक जनवरी 2020 से प्रो. नीलेश कुमार जैन कार्यवाहक निदेशक के रूप कार्य कर रहे थे।
यूएसए से पोस्ट डाक्टरेट हैं प्रो. सुहास
प्रो. सुहास जोशी आइआइटी मुंबई के एलुमनी एवं कार्पोरेट रिलेशन के डीन और इंडियन नेशनल एकेडमी आफ इंजीनियरिंग और नेशनल एकेडमी आफ साइंसेस के फेलो हैं। उन्होंने जार्जिया टेक यूएसए संस्थान से पोस्ट डाक्टरेट किया है। इलिनोइस विश्वविद्यालय यूएसए में विजिटिंग फैकल्टी के रूप में कार्य कर चुके हैं। 2014 से 2017 तक वे आइआइटी मुंबई के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख भी रह चुके हैं।
2019 से चल रही थी प्रक्रिया
आइआइटी इंदौर को 2010 में प्रो. प्रदीप माथुर के रूप में पहला स्थायी निदेशक मिला था। प्रो. माथुर का 2015 में कार्यकाल पूर्ण हो गया था, लेकिन उन्हें अगले पांच वर्ष के लिए इसी पद पर रहने की जिम्मेदारी मिली थी। उधा शिक्षा मंत्रालय ने आइआइटी इंदौर के स्थायी निदेशक की तलाश 2019 से शुरू कर दी थी। कई प्रोफेसरों के साक्षात्कार भी हो चुके थे, लेकिन दोबारा आवेदन आमंत्रित किए गए थे।