Railway News: इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। रेलवे ने 1 फरवरी से गेज परिवर्तन के लिए महू-सनावद रेल खंड बंद करने का निर्णय लिया है। इसके बाद अब बलवाड़ा से ओंकारेश्वर के बीच अर्थवर्क का काम शुरू होगा। इस कारण ट्रेन का संचालन बंद हो जाएगा। इस रूट पर अभी एकमात्र डा. आंबेडकर नगर स्टेशन (महू) से ओंकारेश्वर के बीच ट्रेन चल रही है, जो अब बंद हो जाएगी। वहीं, पातालपानी के लिए चल रही हेरिटेज ट्रेन का संचालन जारी रहेगा। 1877 में शुरू हुए इस ट्रैक को 146 साल बाद ब्राडगेज के लिए बंद किया जा रहा है। नईदुनिया ने 7 दिसंबर के अंक में ही इस ट्रैक के बंद होने की जानकारी दी थी।
जानकारी के अनुसार, 2008 में जब रतलाम-इंदौर-महू-सनावद-खंडवा-अकोला बड़ी लाइन प्रोजेक्ट मंजूर हुआ था, तब इसकी लागत 1400 करोड़ रुपये थी, जो अब बढ़कर 4000 करोड़ रुपये हो गई है। अब महज महू-सनावद प्रोजेक्ट में ही 2400 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च होने का अनुमान है। खंडवा से सनावद तक ब्राडगेज परिवर्तन पूर्ण हो चुका है। बीते दिनों इसका सीआरएस सर्वे भी पूरा हो गया है। अब बलवाड़ा से ओंकारेश्वर का काम शुरू होगा। रेलवे विशेषज्ञ नागेश नामजोशी ने बताया कि बलवाड़ा से ओंकारेश्वर के बीच में यह काम होना है। इस सेक्शन में घाट नहीं है। इसके अलावा मोरटक्का में एक नया पुल भी बनना है।
गौरतलब है कि सालों से लंबित इस प्रोजेक्ट में महू से सनावद तक का काम प्रमुख रूप से होना है। इसमें वन विभाग की काफी जमीन है, जिसे लाइन बिछाने के लिए अधिगृहित किया जाना है। महू-सनावद गेज परिवर्तन परियोजना के पुराने सर्वेक्षण के आधार पर लाइन बदली जाती तो रेलों को तेज ढलान से होकर गुजरना पड़ता। इससे रेल यातायात में बाधाएं पैदा होती। इसलिए दोबारा सर्वे करवाना पड़ रहा था, लेकिन एक कंपनी काम अधूरा छोड़कर चली गई और अब दूसरी कंपनी काम कर रही है। जिसका सर्वे लगभग पूरा हो गया है।