
नवदुनिया प्रतिनिधि भोपाल। भोपाल रेलवे स्टेशन पर रोजाना कई ट्रेनों का आउटर में खड़ा रहना अब यात्रियों के लिए बड़ी परेशानी बन चुका है। समय पर प्लेटफॉर्म न मिलने के कारण ट्रेनें घंटों आउटर में इंतजार करती हैं, जिससे यात्रियों को अनावश्यक देरी, कनेक्टिंग ट्रेनों के छूटने और असुविधा का सामना करना पड़ता है। बढ़ते यात्री दबाव और सीमित प्लेटफार्म क्षमता के बीच रेलवे प्रशासन अब संचालन को संतुलित करने की दिशा में गंभीरता से विचार कर रहा है।
इसी क्रम में कुछ ट्रेनों को रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से संचालित करने की योजना को एक व्यावहारिक और दूरदर्शी समाधान के रूप में देखा जा रहा है, जिससे भोपाल जंक्शन पर भार कम हो सके और यात्रियों को राहत मिल सके। उठा सकते हैं ये कदम यदि भोपाल से दिल्ली और लखनऊ की ओर जाने वाली ट्रेनों का संचालन रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से किया जाए और भोपाल से जबलपुर व मुंबई रूट की ट्रेनों को भोपाल जंक्शन से ही चलाया जाए, तो इससे स्टेशन संचालन में बेहतर संतुलन बन सकेगा।
इस व्यवस्था से भोपाल जंक्शन पर ट्रेनों का अत्यधिक दबाव कम होगा और प्लेटफार्म की उपलब्धता बढ़ेगी। साथ ही, आउटर में लंबे समय तक खड़ी रहने वाली ट्रेनों की समस्या से भी काफी हद तक निजात मिलेगी, जिससे ट्रेनों का संचालन अधिक सुचारु होगा और यात्रियों को अनावश्यक प्रतीक्षा नहीं करनी पड़ेगी।
आरकेएमपी पर पर्याप्त जगह उपलब्ध रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर वर्तमान में ट्रेनों के ठहराव और संचालन के लिए पर्याप्त जगह उपलब्ध है, जिससे वहां अतिरिक्त ट्रेनों को आसानी से समायोजित किया जा सकता है। इसके साथ ही भविष्य की जरूरतों को देखते हुए स्टेशन परिसर में प्लेटफार्म विस्तार की भी पर्याप्त संभावनाएं मौजूद हैं। यदि आने वाले समय में आरकेएमपी पर यात्रियों या ट्रेनों का दबाव बढ़ता है, तो वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में मिसरोद स्टेशन को भी विकसित कर वहां कुछ ट्रेनों को शिफ्ट किया जा सकता है। यह योजना रेलवे संचालन को संतुलित करने के साथ-साथ यात्रियों को बेहतर और सुगम सुविधाएं देने में मददगार साबित होगी।
ट्रेनों को आउटर पर खड़ा देखकर यह स्पष्ट है कि कुछ ट्रेनों को रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर शिफ्ट करना एक सराहनीय और समयोचित कदम है। इससे न केवल प्लेटफार्म पर दबाव कम होगा, बल्कि यात्रियों को लंबे इंतजार से भी राहत मिलेगी। शिफ्टिंग के बाद ट्रेनों की आवाजाही अधिक सुव्यवस्थित होगी, जिससे यात्रियों का कीमती समय बचेगा और यात्रा अनुभव बेहतर होगा। निरंजन वाधवानी, सदस्य, सलाहकार समिति, पश्चिम मध्य रेलवे परिचालन को संतुलित करने के उद्देश्य से कुछ लंबी दूरी की प्रमुख गाड़ियों-जैसे मुंबई छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस, चेन्नई और सिकंदराबाद राजधानी, दूरंतो एक्सप्रेस आदि को आरकेएमपी से संचालित किया जा सकता है।
इससे भोपाल जंक्शन पर लंबी दूरी की प्रीमियम ट्रेनों का दबाव कम होगा और प्लेटफार्म की उपलब्धता बेहतर होगी। साथ ही रानी कमलापति स्टेशन की आधुनिक सुविधाओं और पर्याप्त स्पेस का बेहतर उपयोग हो सकेगा मुकेश अवस्थी, सदस्य, सलाहकार समिति, पश्चिम मध्य रेलवे।