
नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। इंदौर शहर और आस-पास के इलाकों में शुक्रवार सुबह से ही तेज बारिश हुई। इसके बाद रिमझिम का दौर जारी रहा। अचानक हुई इस बारिश से मौसम में ठंडक घुल गई है और तापमान गिर गया है।
गुरुवार को इंदौर शहर बादलों के आगोश में छुपा रहा। दिनभर छाए बादलों व शाम को वर्षा की फुहारों ने इंदौर में शिमला, मसूरी हिल स्टेशन जैसे नजारा बना दिया। इस सीजन में पहली बार सुबह कोहरा छाया और करीब एक घंटे तक दृश्यता 500 मीटर तक सिमटी। इस वजह से इंदौर एयरपोर्ट पर सुबह शारजाह और बेंगलुरु से आने वाले विमानों को डायवर्ट किया गया।
बादलों व फुहारों के कारण लगातार तीसरे दिन शहर के दिन के तापमान में गिरावट देखने को मिली। गुरुवार को अधिकतम तापमान सामान्य से नौ डिग्री कम 23.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बादलों के कारण रात के तापमान में बढ़ोतरी दिखी।
न्यूनतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री अधिक 21.2 डिग्री सेल्सियस रहा। गुरुवार को न्यूनतम और अधिकतम तापमान में चार डिग्री का अंतर रहा। शहर में शाम चार बजे बाद से दृश्यता एक हजार मीटर पर सिमटी और फुहारें बरसी। इस दौरान धुंध का असर दिखाई दिया। शहर में उत्तर पूर्वी 10 से 12 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से चली।
शहर में सुबह 7.50 बजे बाद करीब एक घंटे तक कोहरे का असर रहा और दृश्यता 500 मीटर तक पहुंची। सुबह 7.55 बजे दिल्ली से इंदौर आकर शारजाह जाने वाली एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ान कुछ देर तक हवा में चक्कर लगाती रही। दृश्यता कम होने से इंदौर एयरपोर्ट पर उतरने की अनुमति नहीं मिली और विमान को अहमदाबाद डायवर्ट किया गया। विमान में 171 यात्री सवार थे।
इसी तरह इंडिगो एयरलाइंस की बेंगलुरु से आने वाली उड़ान को भी भोपाल डायवर्ट किया गया। इसमें 164 यात्री सवार थे। इन डायवर्शन के कारण इंदौर से शारजाह जाने वाली उड़ान भी प्रभावित हुई। सामान्यतः सुबह 9.25 बजे रवाना होने वाली यह फ्लाइट करीब पौने चार घंटे देरी से दोपहर 1.04 बजे उड़ान भर सकी।

खराब मौसम का असर अन्य उड़ानों पर भी पड़ा। शारजाह से आने वाली फ्लाइट जो आमतौर पर शाम 5.05 बजे पहुंचती है, वह रात आठ बजे इंदौर पहुंची। इसी तरह गोवा की उड़ान दोपहर 2.55 बजे की जगह शाम 4.18 बजे आई, जबकि दिल्ली और पुणे की उड़ानें भी एक से डेढ़ घंटे देरी से चलीं।
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक पूर्वी विदर्भ व दक्षिणी छतीसगढ़ पर एक सुस्पष्ट निम्न दाब क्षेत्र बना हुआ था, अब यह पूर्वी मप्र के पास आकर निम्न दाब क्षेत्र में तब्दील हुआ है। इसके अलावा पूर्वी मध्य अरब सागर में अवदाब क्षेत्र भी बना हुआ है। दक्षिण हरियाणा और राजस्थान के समीप ऊपरी चक्रवात भी बना हुआ है।
इन सिस्टम के प्रभाव से इंदौर में अगले तीन दिन तक बादल छाने के साथ बूंदाबांदी व फुहारों का असर दिखेगा। तीन नवंबर को एक पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में सक्रिय होगा। इसके प्रभाव से न्यूनतम तापमान में गिरावट आएगी और अधिकतम तापमान बढ़ेगा।