नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। राजा रघुवंशी हत्याकांड में मेघालय पुलिस मंगलवार को सभी आरोपितों को लेकर मौका-ए-वारदात पर पहुंची। वहां हत्याकांड का दृश्यांकन किया गया। इस दौरान वे सभी क्रियाकलाप दोहराए गए, जो हत्याकांड के दिन हुए थे। मेघालय पुलिस के मुताबिक सोनम व राज के आने से पहले शिलांग आ चुके विशाल, आकाश व आनंद ने नौंग्रियाट में राजा व सोनम से मुलाकात की।
उन्होंने खुद को मप्र का बताया और बांग्लादेश सीमा पर मेघालय के डाउकी पर्यटक स्थल जाने की बात कही थी। इस तरह उन्होंने राजा से दोस्ती की और साथ घूमने का प्लान बनाया।
हत्याकांड के दिन वाले तय समय में किया सीन रिक्रिएशन
23 मई को राजा रघुवंशी की हत्या वाले दिन जिस तरह सोनम व तीन आरोपितों ने घटना को अंजाम दिया था। मंगलवार दोपहर 12 से 2.30 बजे तक उसी क्रम में हत्या का घटनाक्रम दोहराया गया।
सीन 1 : राज-सोनम से मिले विशाल, आनंद व आकाश
दोपहर 12 बजे मौलखिया की पार्किंग में पांचों एक-दूसरे मिले। इसके बाद वे साउ डांग फाल वाले रास्ते पर आगे बढ़े। एक-दूसरे के फोटोग्राफ मोबाइल में लिए। फाल के आगे सुनसान पार्किंग स्थल पर स्कूटी खड़ी की और वहां के व्यू पाइंट पर पहुंचे।
सीन 2 : विशाल ने किया पहला वार
व्यू पाइंट पर सोनम सामने थी और राजा रघुवंशी उसके पीछे। विशाल राजा के दाईं ओर और आकाश उसके पीछे बाईं ओर था। आनंद भी राजा के बाईं ओर था। सोनम ने इशारा किया। इसके बाद विशाल ने दोनों हाथों से हथियार पकड़कर पहला वार जोर से राजा के सिर पर किया। इसके बाद दूसरे हथियार से आकाश ने राजा के सिर पर वार किया। आनंद नर्वस था। इस वजह से वह ज्यादा जोर से वार नहीं कर सका।
राजा पर विशाल ने जैसे ही वार किया, सिर से खून निकलने लगा। सोनम घबराकर वहां से हटी और पार्किंग में पहुंच गई।
राजा की मौत सुनिश्चित करने के बाद विशाल, आकाश व आनंद ने शव को व्यू पाइंट के प्लेटफार्म पर रखा। इसके बाद रेलिंग के ऊपर से शव को खाई में फेंका। आकाश की शर्ट पर खून लग गया था। इस वजह से उसने अपनी शर्ट उतारकर फेंक दी।
राजा की हत्या के बाद दोनों हथियार खाई में फेंके। सोनम ने राज के मोबाइल को तोड़ा। उसके बाद विशाल ने मोबाइल व सिमकार्ड को पूरी तरह तोड़कर खाई में फेंका।
खाई में राजा शव पेड़ की शाखाओं पर गिरा, इस कारण नहीं टूटी हड्डियां
सोहरा में 300 फीट गहरी खाई में विशाल, आकाश व आनंद ने राजा रघुवंशी की हत्या कर शव फेंका था। शव खाई की सतह पर नहीं पहुंचा और बीच में पेड़ों की शाखाओं पर अटक गया था। यही वजह है कि पोस्टमार्टम जांच में राजा के शव की एक भी हड्डी फैक्चर्ड नहीं मिली।
राजा के शव को ट्रैकिंग कंपनी की टीम ने शाखाओं पर अटका पाया था और उसके बाद उसे ऊपर लाया गया था। जानकारों के मुताबिक यदि शव खाई में जमीन पर गिरता तो जंगली जानवर भी उसे क्षतिग्रस्त कर सकते थे लेकिन ऐसा नहीं हुआ। पेड़ की शाखाओं पर कई दिनों तक शव रहा। इस वजह से शव डिकंपोज हुआ।
मेघालय पुलिस फिलहाल लव ट्राएंगल के पहलू पर ही पूरे हत्याकांड की जांच कर रही है। वित्तीय लेन-देन या पैसे के कारण हत्या किए जाने के पहलुओं पर भी मोटिव हो सकते हैं। इस पर जांच जारी है।
राज ने भी शिलांग जाने के लिए टिकट बुक किया था, लेकिन सोनम के पारिवारिक बिजनेस में कर्मचारी होने के कारण वह नहीं गया। उसे डर था यदि वह गया तो परिवार को शक हो जाएगा।
सोनम व अन्य आरोपितों की 19 जून को शिलांग कोर्ट में पेशी होगी। मेघालय पुलिस पूछताछ के लिए अतिरिक्त दिन की मांग करेगी।