
इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। नगर की प्राकृतिक एवं निर्मित संपत्तियों जैसे भवन, शहरी सुविधाओं जैसे- स्वास्थ्य, शिक्षा, परिवहन, संस्कृति आदि बहुमूल्य जानकारियां इंदौर के स्मार्ट मैप पर प्रदर्शित होंगी। इस बेस मैप पर रोड नेटवर्क, जल निकायों, पेड़ों एवं अन्य सुविधाओं जैसी अन्य जानकारियां भी विस्तृत रूप से उपलब्ध होंगी। इंदौर स्मार्ट मैप पर ऐतिहासिक धरोहरों जैसे- राजवाड़ा गांधी हॉल, लालबाग पैलेस, व्हाइट चर्च, खजराना मंदिर आदि को थ्री डी माडल के रूप में देखा जा सकेगा।
स्मार्ट सिटी कंपनी द्वारा जीआइएस आधारित शहर का मानचित्र तैयार किया गया है, जो शहरहित में भविष्य की योजनाओं एवं संपत्तियों के प्रबंधन हेतु स्थल चयन, पर्यावरण एवं कानूनी उपबंध, नियोजन के डिजाइन एवं विजुअलाइजेशन के संबंध में एक ही स्थान पर सूचनाओं के आदान-प्रदान का केंद्र होगा। इंदौर स्मार्ट सिटी द्वारा तैयार किए गए इंदौर स्मार्ट मैप का शुभारंभ शुक्रवार सुबह सिटी बस कार्यालय परिसर में बने इंदौर स्मार्ट सीड इंक्यूबेशन सेंटर में किया जाएगा। इस दौरान सांसद शंकर लालवानी व निगमायुक्त प्रतिभा पाल भी मौजूद रहेंगी।
शहरवासियों को जागरूक करेंगे
स्मार्ट सिटी कंपनी के सीईओ ऋषव गुप्ता ने बताया कि इंदौर स्मार्ट मैप शासकीय विभागों एवं प्राधिकारियों को शहरी विकास की गतिविधियों के नीति निर्धारण व निर्णय लेने में सहायक होगा। इसमें नगरीय नियोजन और विकास, आपदा प्रबंधन, आधारभूत परिसंपत्ति प्रबंधन, यातायात प्रबंधन, रूट प्लानिंग, अपराध नियंत्रण, यातायात नियमों का उल्लंघन, प्रदूषण के स्तर की पहचान तथा तेज शोर वाले क्षेत्र, नदी तटीय क्षेत्र विकास जैसे मुद्दे शामिल हैं। इसके माध्यम से शहरवासियों को दैनिक आयोजनों के बारे में जागरूक किया जाएगा। आपातकालीन सूचनाओं की तत्काल जानकारी दी जाएगी। इससे उन्हें सावधानी बरतने में काफी सहायता मिलेगी। इंदौर स्मार्ट मैप को वेबसाइट ुुु.ैहर्गीिजसचािसचॅ.र्यि पर किसी भी नागरिक द्वारा निशुल्क एक्सेस किया जा सकता है। इस पर शहरवासियों से सुझाव भी लिए जाएंगे।
ओपन डाटा दिवस कार्यशाला आज
आवास और शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा आजादी के 75 वर्ष को अमृत महोत्सव के रूप में मनाने के लिए 21 जनवरी 2022 को ओपन डाटा दिवस घोषित किया गया है। इस संबंध में स्मार्ट सिटी कंपनी द्वारा शुक्रवार को 11 बजे स्टार्टअप व इकोसिस्टम इनेबलर्स के लिए स्मार्ट सीड इंक्यूबेशन सेंटर में आयोजित की गई है। यह कार्यशाला शहर के नागरिकों को ओपन डाटा के उपयोग से नगर पालिका की सेवाओं की जागरूकता बढ़ाने एवं नगरीय प्रशासन को जनोपयोगी नीतियों एवं योजनाओं का क्रियान्वयन करने में सहयोगी होगी।