MP Lok Sabha Election Voting 2024: उज्ज्वल शुक्ला, नईदुनिया, इंदौर। मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के दो चरणों का मतदान बेहद निराश करने वाला रहा। 19 अप्रैल को पहले चरण में छह लोकसभा सीटों पर 2019 की तुलना में करीब सात प्रतिशत कम मतदान हुआ, वहीं 26 अप्रैल को हुए दूसरे चरण में भी छह सीटों पर 7.65 प्रतिशत कम रहा। दोनों चरणों की 12 सीटों पर औसत सात प्रतिशत कम मतदान हुआ है।
मतदान प्रतिशत घटने से राजनीतिक दलों के साथ ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भी चिंतित है। अभी तक इस चुनाव में सीधे तौर पर भागीदारी से बच रहा संघ परिवार अब पूरी तरह से सक्रिय हो गया है। प्रदेश में तीसरे और चौथे चरण में 17 सीटों पर मतदान अभी बाकी है। इन दो चरणों में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए संघ ने कमर कस ली है।
संघ ने सभी प्रत्याशियों के साथ ही विधायकों, मंत्रियों और भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए है कि न तो मतदान प्रतिशत कम होना चाहिए और न ही पिछले चुनाव से वोटों की बढ़त कम होनी चाहिए।
संघ का मूल काम ही जनजागरण है। इस चुनाव में भी संघ मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए जनजागरण कर रहा है। संघ ने अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए अनुषांगिक संगठनों को भी जिम्मेदारी सौंपी है। संघ ने लोकसभा चुनावों में अप्रत्यक्ष तौर पर हस्तक्षेप तो प्रभारियों की नियुक्ति के साथ ही शुरू कर दिया था।
इंदौर की बात करें तो यहां पर राज्यसभा सदस्य सुमेर सिंह सोलंकी को लोकसभा क्षेत्र प्रभारी बनाया गया है। वह संघ की पृष्ठभूमि से ही आते हैं, इसी तरह खंडवा में पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष हरीश कोटवाले और उज्जैन में विधायक तेज बहादुर सिंह को लोकसभा क्षेत्र प्रभारी बनाया गया है, ये भी संघ से ही जुड़े हुए हैं। मतदान प्रतिशत कम होने के बाद से संघ सभी लोकसभा क्षेत्र प्रभारियों, संयोजकों, जनसंपर्क प्रमुखों से लगातार फीडबैक प्राप्त कर रहा है। उन्हें आगे की रणनीति को लेकर निर्देश भी दिए जा रहे हैं।
जिस प्रकार से भाजपा ने अपने बूथ प्रभारी और पन्ना प्रभारी बनाए हैं, उसी तरह संघ ने गटनायक बनाए हैं। ये गटनायक अपने बूथों के मतदाताओं की पूरी जानकारी एकत्र कर रहे हैं। संघ की विभिन्न टोलियां मतदाताओं से संपर्क कर रही हैं। उन्हें मतदान के लिए प्रेरित कर रही हैं। हर शहर और गांव में संघ परिवार से जुड़े घर हैं, इन घरों के परिवारों को भी अपने आसपास लोगों को मतदान के लिए लाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
संघ लगातार बैठकों के साथ ही जागरूकता कार्यक्रम भी कर रहा है। मंगलवार को इंदौर के रीगल चौराहा पर प्रौढ़ स्वयंसेवक, दिव्य सारथी, दिव्यांग मित्र, वरिष्ठ नागरिक मंच के सहयोग से मतदाता जनजागरण का आयोजन किया गया। इसके अलावा नगर कार्यकारिणी, नगर टोली , सभी बस्ती कार्यवाह, बस्ती प्रमुख, शाखा टोली, गटनायकों की बैठकों का आयोजन हर मोहल्ले या वार्ड में किया जा रहा है। इन बैठकों में इलाके के प्रबुद्धजनों को भी बुलाया जा रहा है। जिसमें दिव्य मतदान का दिव्य निवेदन देखने को मिल रहा है।
मंत्रियों ने भी बढ़ाई सक्रियता
प्रदेश सरकार के कई मंत्री लोकसभा चुनाव से दूरी बनाकर चल रहे थे, सिर्फ बड़े नेताओं की बैठकों या कार्यक्रमों में ही शामिल हो रहे थे। संघ के निर्देश के बाद कई मंत्रियों ने अपने क्षेत्रों में सक्रियता बढ़ा दी है। वे अब जनता से सीधे संपर्क कर रहे हैं। प्रत्याशियों के जनसंपर्क में भी शामिल हो रहे हैं। सभी विधायक, पूर्व विधायक, महापौर आदि को भी मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए रणनीति बनाने को कहा गया है। सभी को स्पष्ट निर्देश है कि उनके क्षेत्र में पिछले चुनाव से कम मतदान नहीं होना चाहिए।
- निर्दलीय प्रत्याशियों के एजेंट के रूप में पर हर मतदान केंद्र पर संघ के स्वयंसेवक मौजूद रहेंगे। ये अपने बूथ का फीडबैक देते रहेंगे। इससे यह पता चलेगा कि किस क्षेत्र में कम मतदान हो रहा है। वहां पर संघ की टोली लोगों को मतदान के लिए निकालने का काम करेगी।
- संघ ने मतदान से पूर्व ही ऐसे मतदाताओं को चिह्नित कर लिया है, जो शहर छोड़कर जा चुके हैं या किसी कारण से शहर में नहीं हैं। इन लोगों से संपर्क करके इन्हें मतदान के लिए आने आग्रह किया जा रहा है।
- लोगों को पिछले 10 वर्षों में हुए कामों की जानकारी देने के साथ ही बताया जा रहा है कि आपके एक वोट से अगले पांच साल में कौन-कौन काम होंगे। आपका एक वोट राष्ट्र के कितने काम आ सकता है।
हम मतदान बढ़ाने को लेकर पहले ही काम कर रहे हैं। लगातार परिसर बैठकें की जा रही है। इसमें प्रबुद्धजनों को भी बुलाया जा रहा है। हमने संकल्प टोली भी बनाई है। ये लोगों को मतदान करने का संकल्प दिला रही है। - गोपाल गोयल, लोकसभा क्षेत्र सह संयोजक, इंदौर