नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। युद्ध की स्थिति में होने वाली माक ड्रिल की सूचना के बीच मंगलवार दोपहर वॉट्सएप ग्रुपों पर प्रसारित एक संदेश ने लोगों में घबराहट (Indore public reaction mock drill) बढ़ा दी थी। कई लोग राशन, दवाओं और जरूरी वस्तुओं की खरीद के लिए निकले। इस बीच उद्योग और व्यापार जगत में उधारी वसूली के लिए जोर लगाने का दौर भी शुरू हो गया।
शाम को फर्जी मैसेज पर स्थिति साफ होने के बाद घबराहट कम होती दिखी। मंगलवार को तेज वर्षा के बीच भी राशन खरीदने वालों की अच्छी भीड़ सुपर स्टोर्स (Indore Panic Buying) में दिखी। थोक बाजार में भी आटा, शकर, दालों की पूछताछ बढ़ गई।
उपभोक्ताओं की ओर से अचानक मांग निकलने और युद्ध जैसी स्थिति में दाम बढ़ने की आशंका भांपकर कई लोग अतिरिक्त खरीदी करते दिखे। फैक्ट्री संचालकों के अनुसार कच्चा माल आपूर्ति करने वाले कई लोगों ने बकाया चुकाने के लिए भी फोन कर तकादा करना शुरू कर दिया।
नईदुनिया को फैक्ट्री संचालकों ने बताया कि कई छोटे सप्लायर घबराए थे कि रात को संदेश में युद्ध की घोषणा हो सकती है। ऐसे में बाजार में अनिश्चितता आएगी तो उनका रुपया अटक सकता है। स्थिति साफ नहीं हुई कि वॉट्सएप पर चले संदेश फर्जी हैं, ऐसे व्यापारियों को समझाना मुश्किल रहा।
दि सियागंज होलसेल किराना मर्चेंट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष नईम पालवाला के अनुसार थोक बाजार में थोड़ी मांग दिखी, लेकिन घबराहट नहीं थी। खेरची में दिन में कुछ घंटों के लिए वॉट्सएप के फर्जी संदेशों के कारण उपभोक्ता राशन खरीदने की हड़बड़ाहट में दिखे।
थोक बाजार में भरपूर स्टॉक है और घबराने की बात नहीं है। थोक व्यापारियों की ओर से रिटेल व्यापारियों को भी संदेश भेज दिया गया कि वे भी ग्राहकों को समझाएं कि घबराहट में अनावश्यक स्टॉक न करें।