नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। काले हिरण के मांस की तस्करी में पकड़े गए आरोपितों से स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स (एसटीएसएफ) ने शिकार में इस्तेमाल की जाने वाली दो बंदूकें जब्त की हैं। इनमें से एक विदेशी हथियार है, जिसे स्वीडन से करीब 50 लाख रुपये में मंगवाया गया था। दूसरी बंदूक 12 बोर की है। दोनों बंदूकें भोपाल के नजदीक फार्म हाउस परिसर से बरामद की गईं। यहां इन्हें गड्ढा खोदकर छिपाया गया था। कुछ कारतूस भी मिले हैं।
आरोपितों ने सतपुड़ा टाइगर रिजर्व और कान्हा नेशनल पार्क में शिकार करने की बात कबूल की है। 3 दिसंबर 2024 को 65 किलो काले हिरण का मांस ले जाते हुए तीन आरोपित पकड़ाए थे, जिसमें इम्तियाज, जौहर हुसैन और सलमान गिरफ्तार किए गए थे। इससे पहले जून 2024 में इम्तियाज के मोबाइल से हिरण, चीतल और बारहसिंगा के शिकार से जुड़े फोटो और वीडियो मिले थे।
मोबाइल लोकेशन और काल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) से भी कई अहम खुलासे हुए। इन्हीं सबूतों के आधार पर एसटीएसएफ ने आरोपितों के खिलाफ एक और प्रकरण दर्ज किया। 24 से 29 सितंबर तक आरोपितों को इंदौर एसटीएसएफ की रिमांड पर लिया गया। इसी दौरान जांच टीम ने भोपाल स्थित फार्म हाउस से दोनों बंदूकें बरामद कीं।
मुंबई और भोपाल के कई लोग इस शिकार गिरोह से जुड़े हैं। कुछ वनकर्मियों की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई है। आरोपितों ने खुलासा किया कि उन्हें वन्यजीवों की गतिविधियों से जुड़ी अहम जानकारी वन विभाग के कुछ कर्मचारियों से मिलती थी। दस महीने से जेल में बंद आरोपित आरोपित पिछले साल दिसंबर से ही जेल में हैं। अब तक दस महीने बीत चुके हैं और कोई भी आरोपित जमानत पर बाहर नहीं आ पाया है। एसटीएसएफ अब मोबाइल से मिले फोटो और वीडियो के आधार पर दूसरे मामले में चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी कर रहा है।