
Tulsi Nagar Indore: इंदौर। स्वतंत्रता दिवस पर तुलसी नगर के रहवासियों ने सामूहिक संकल्प लिया कि यदि स्थानीय शासन, प्रशासन तथा प्रदेश सरकार द्वारा 15 दिनों के भीतर तुलसी नगर कालोनी के विधिवत वैधीकरण की घोषणा नहीं की गई, तो कालोनी के समस्त रहवासी एवं क्षेत्र के लोग सड़क पर उतर कर संघर्ष करेंगे। संघर्ष के अंतर्गत शांतिपूर्ण तरीके से धरना, प्रदर्शन, उपवास तथा उसके बाद आमरण अनशन करेंगे।
इंदौर के वार्ड क्रमांक 36-37 रहवासी महासंघ की अगुवाई में सामूहिक संकल्प लेते हुए रहवासियों ने स्थानीय शासन के तुलसी नगर कालोनी के नियमतिकरण को लेकर टालमटोल रवैये पर आक्रोश व्यक्त किया। पिछले कई सालों से स्थानीय जनप्रतिनिधियों, नगर निगम, प्रशासन के अधिकारियों द्वारा तुलसी नगर के शीघ्र नियमतिकरण को लेकर दिलासा दिया गया पर उनके लंबे इंतजार का अंत अब तक नहीं हो पाया है।
रहवासी महासंघ के राजेश तोमर एवं केके झा ने कहा कि तुलसी नगर के नियमतिकरण नहीं होने से रहवासियों के विरोध एवं चेतावनी का संज्ञान लेते हुए तीन महीने पूर्व 23 मई महापौर पुष्यमित्र भार्गव द्वारा रहवासियों के प्रतिनिधिमंडल को तुलसी नगर के नवीनतम लेआउट का तीन दिनों के अंदर प्रकाशन तथा कालोनी को 15 दिनों में नियमतिकरण करने की घोषणा की गई थी।
इसके बाद भी तुलसी नगर के रहवासी उनके कालोनी के नियमतिकरण के पूरी होने की बाट जोह रहे हैं। उन्होंने कहा कि कॉलोनी के लेआउट के प्रकाशन के पश्चात प्रशासन द्वारा रहवासियों के आपत्तियों को प्राप्त करने महीनों बाद भी तुलसी नगर के नियमितीकरण को लेकर कोई ठोस पहल नहीं की गई है।
तुलसी सरस्वती सोशल वेलफेयर सोसाइटी तथा वार्ड 36 - 37 रहवासी महासंघ के पदाधिकारियों ने कहा कि यदि तुलसी नगर के नियमितीकरण की आधिकारिक घोषणा 15 दिनों के भीतर नहीं की गई, तो रहवासी ना सिर्फ विरोध एवं अनशन करने पर बाध्य होंगे। साथ आगामी विधानसभा चुनाव का भी बहिष्कार करेंगे।