Sahitya Indore News: तीन रचनाकारों की तीन कृतियां हुईं विमोचित
Sahitya Indore News: प्रभा तिवारी द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना से आयोजन की शुरुआत हुई।
By gajendra.nagar
Edited By: gajendra.nagar
Publish Date: Fri, 24 Sep 2021 01:33:52 PM (IST)
Updated Date: Fri, 24 Sep 2021 01:33:52 PM (IST)

इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि, Sahitya Indore News। साहित्य प्रेमियों को तीन और रचनाओं का तोहफा शहर की संस्था संस्कृति साहित्य मंच के पटल से दिया गया। संस्था द्वारा हाल ही में एक होटल में आयोजित समारोह में रमेशचंद्र तिवारी की पुस्तक पेपर गुलदस्ता, डा. सुधा चौहान राज की लाकडाउन अनुभव अपने-अपने और माया कौल की खिलखिलाती धूप का विमोचन किया गया। इन तीन पुस्तकों का विमोचन वरिष्ठ साहित्यकार हरेराम वाजपेयी के मुख्यातिथ्य और डा. जीडी अग्रवाल के विशेषातिथ्य में हुआ। प्रभा तिवारी द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना से आयोजन की शुरुआत हुई।
आयोजन में विचार व्यक्त करते हुए हरेराम वाजपयी ने तीनों रचनाकारों की कृतियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि रमेशचंद्र तिवारी ने वायुसेना की सेवा के बाद अब साहित्य की सेवा शुरू की तो डा. सुधा चौहान की रचना अपने आप में एक विलक्षण संकलन हैं। इस पुस्तक में भारत के 70 रचनाकारों की रचनाएं लाकडाउन की भुक्तभोगी स्थिति के ऊपर लिखी गई हैं जो कि एक मार्गदर्शक का काम करेगी और आने वाले समय में एक हस्ताक्षर बनकर ब्रह्मांड में स्थित रहेगी।
डा. जीडी अग्रवाल ने कागज और पुस्तक का लंबा सफर बहुत खूबसूरती से बयां किया। उन्होंने कागज किस तरह से बनता है इसके बारे में बताया। उन्होंने बताया कि कागज पेड़ की छाल से बनता है जिसे लिब्रा कहते हैं और इसी लिब्रा शब्द से लाइब्रेरी शब्द की उत्पत्ति हुई। आज तकनीक के युग में एक दिन में भी पुस्तक पूरी हो जाती है जबकि एक वक्त था जब महीनों किताब के पूरा होने का इंतजार करना पड़ता था। कार्यक्रम का संचालन आशा जाकड़ ने किया। आभार नीतू और नरेश दीक्षित ने माना।