Sehat Indore News: सेहत में सुधार के लिए अपनाएं स्थानीय आहार
Sehat Indore News: मास्टर शेफ लता टंडन ने कार्यशाला में दीं आहार से जुड़ी जानकारियां।
By gajendra.nagar
Edited By: gajendra.nagar
Publish Date: Wed, 20 Oct 2021 09:46:37 PM (IST)
Updated Date: Wed, 20 Oct 2021 09:46:37 PM (IST)

इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि, Sehat Indore News। कोरोना महामारी ने बहुत कुछ बदला है। हमें भी अपनी सेहत के बारे में सोचना होगा कि हम किस तरह का भोजन कर रहे हैं और कितना शारीरिक श्रम कर रहे हैं। बाजारवाद ने हमारी सोच पर गहरा प्रभाव डाला और एल्युमिनियम, नॉनस्टिक बर्तन, विदेशी खाद्य पदार्थ हमारी रसोई में आ गए और हमारे अनाज, मिट्टी, तांबे-पीतल के बर्तन बाहर हो गए। हमें यह समझना होगा कि हम जिस भौगोलिक परिस्थिति में रहते हैं, सदियों से जो स्थानीय भोजन हम करते आ रहे हैं, वह हमारे लिए बेहतर है।हमें अपनी सेहत में सुधार लाने के लिए स्थानीय खाद्य सामग्री को अपनाना होगा।
यह बात मास्टर शेफ लता टंडन ने शहर की एक होटल में बुधवार की शाम कुकिंग वर्कशाप में कही। उन्होंने सुपर फूड को पारंपरिक मिठाइयों में शामिल करने पर जानकारियां दीं। उन्होंने बताया कि गुझिया बनाने के लिए हम मैदे के स्थान पर मल्टीग्रेन आटा, सामान्य शकर के बजाय गुड़ या कोकोनट शुगर का इस्तेमाल करें। भरावन में सूखे मेवे और बीजों (चिया, सूरजमुखी और कद्दू) का प्रयोग करें। इन गुझिया को घी में तलने के बजाय सेकें और शहद लगाकर उसे पारंपरिक गुजिया की रंगत दें। इसी तरह सूखे मेवों के लड्डू भी बना सकते हैं, जिसमें शकर की मिठास नहीं बल्कि खजूर और कोकोनट शुगर की मिठास हो। इसमें सूखे मेवों के साथ बीजों का प्रयोग करें लेकिन अलसी को पीसकर मिलाएं, जिससे वे और भी लाभदायक साबित हों।
बादाम से ज्यादा बेहतर मूंगफली
बिस्किट के शौकीनों के लिए डार्क चाकलेट के साथ पोहा, राजगिरा या कुट्टू का आटा मिलाकर बिस्किट बनाएं। अपने आहार में दालें, अंकुरित अनाज, रागी, बाजरा और मक्के को शामिल करें। रागी का डोसा-इडली, मक्के के पॉपकार्न, बाजरे को दरदरा पीसकर सेंक लें और उसमें घी व सूखे मेवे मिलाकर खाना एक बेहतर विकल्प हो सकता है। हमने विदेशी मेवों को अपनाया, लेकिन यदि हर दिन मूंगफली खाई जाए तो वह बादाम से भी ज्यादा फायदेमंद होती है।