रामकृष्ण मुले, इंदौर (नईदुनिया)। हरि के आंगन में होने वाली हर की कथा में शामिल होने के लिए आने वालों की मेहमानवाजी के लिए देपालपुर के रहवासी तैयार हैं। यहां पं. प्रदीप मिश्रा सीहोरवाले के मुखारविंद से महादेव के 11 रुद्र अवतार और नौ देवियों के मंदिर निर्माण के निमित्त आयोजित सात दिनी शिव महापुराण कथा 9 मार्च से होगी। इसमें आसपास के 100 गांवों के साथ देश-प्रदेश के विभिन्न शहरों से कथा के दौरान सात दिन में करीब सात लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के शामिल होने का अनुमान है। 25 हजार की आबादी वाले नगर में करीब चार हजार परिवारों में परिचितों का आगमन होगा।
24 अवतार मंदिर ट्रस्ट की मेजबानी में शहर से 45 किलोमीटर दूर देपालपुर में कथा की तैयारियां अब अंतिम चरण में हैं। कथा में शामिल होने आसपास के गांवों के अतिरिक्त इंदौर, देवास, उज्जैन, खंडवा से भी बड़ी संख्या में लोग आएंगे। आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आवास की व्यवस्था मंदिर परिसर के अतिरिक्त स्कूल व धर्मशालाओं में भी रहेगी। देपालपुर के अरिहंत नगर में रहने वाले गिरीश निगम बताते हैं कि इंदौर से मेरे सात रिश्तेदार आएंगे। इसके साथ ही अजमेर से मेरे साढू भाई भी आ रहे हैं। कथा स्थल से तीन किलोमीटर दूर रहने वाले रमेश पटेल का कहना है कि इतनी बड़ी कथा हो रही हो तो पास के गांव में रहने वाले हमारे सगे-संबंधी आएंगे। इस बात का संदेश उन्होंने 15 दिन पहले ही पहुंचा दिया था।
10 करोड़ रुपये की लागत से बनेंगे मंदिर - कथा का आयोजन शिव के 11 रुद्र अवतार और नौ देवियों के मंदिर के निमित्त किया जा रहा है। यह मंदिर भगवान विष्णु के 24 अवतारों के मंदिर के दायीं और बायीं तरफ बनाए जाएंगे। इसके निर्माण पर करीब 10 करोड़ रुपये खर्च होने हैं। ट्रस्ट के अनुसार कथा में किसी तरह के वीआइपी या वीवीआइपी जैसे पास जारी नहीं किए जाएंगे। सभी को सम्मान दिया जाएगा। कथा के दौरान हर दिन दानदाताओं का सम्मान किया जाएगा।
दो किमी के दायरे में 10 स्थानों पर होगी पार्किंग - कथा स्थल के दो किलोमीटर के दायरे में 10 स्थानों पर वाहनों की पार्किंग होगी। इसमें इंदौर, गौतमपुरा, बेटमा, धार रोड के साथ ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले वाले श्रद्धालु वाहन खड़े कर सकेंगे। आयोजकों के अनुसार करीब 15 हजार दोपहिया और इतने ही चार पहिया वाहन खड़े किए जा सकेंगे।
दिव्यांगों और बुजुर्गों के लिए चलाएंगे ई-रिक्शा - पार्किंग से कथा स्थल तक आने जाने के लिए ई-रिक्शा चलाई जाएगी। इसका उपयोग दिव्यांग और बुजुर्ग श्रद्धालु ही कर सकेंगे। अन्य श्रद्धालुओं को कथा स्थल पर पार्किंग स्थल से निर्धारित मार्ग से पंडाल में प्रवेश करना होगा।
कथा स्थल पर भोजन व प्रसाद वितरण नहीं - कथा स्थल पर भोजन और प्रसाद वितरण नहीं किया जाएगा। यह निर्णय आयोजन समिति ने किसी भी अव्यवस्था को रोकने के उद्देश्य से लिया है। हालांकि आयोजन स्थल के बाहर करीब 10 स्थान पर स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा भोजन व स्वल्पाहार की व्यवस्था की जाएगी। कथा स्थल पर पीने के लिए शीतल जल मिलेगा। स्वच्छता बनाए रखने के लिए 250 स्नानगृह और शौचालय भी रहेंगे।
हरि-हर के मिलन का महाकुंभ - मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष मनोज पटेल का कहना है कि यह आयोजन हरि-हर के मिलन का महाकुंभ है। भगवान विष्णु के 24 अवतार के इस मंदिर में भगवान शिव के 11 अवतारों के निमित्त महाशिवपुराण कथा का आयोजन हो रहा है। इसमें लाखों लोग भाग लेंगे।
देशभर से आ रहे फोन - मंदिर ट्रस्ट के सचिव चिंटू वर्मा ने बताया कि कथा की जानकारी लेने के लिए कार्यालय पर देशभर से भक्तों के फोन आ रहे हैं। 8 मार्च को पं. मिश्रा देपालपुर आएंगे। उनके निवास के लिए देपालपुर से बाहर स्थान तय किया गया है।आयोजन को लेकर लोगों में खासा उत्साह है।
फैक्ट फाइल
- तीन लाख वर्गफीट में बन रहा पंडाल
- डेढ़ लाख श्रद्धालुओं की बैठक व्यवस्था
- 300 कार्यकर्ता संभालेंगे पंडाल की व्यवस्था