Shri Mahakal Mahalok : इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। भगवान महाकालेश्वर की कृपा अब इंदौर पर भी बरसने लगी है। उज्जैन में श्री महाकाल महालोक बनने के बाद वहां आने वाले पर्यटकों की संख्या में खासा इजाफा हुआ है। इसका प्रभाव यह हो रहा है कि अब इंदौर में भी पर्यटकों की संख्या में 50 प्रतिशत तक की बढ़त हुई है। इस बढ़त का सकारात्मक प्रभाव यहां की होटल इंडस्ट्री, पर्यटन स्थल, आवागमन के साधन और बाजार पर भी नजर आने लगा है।
छप्पन दुकान - इंदौर आने वाले पर्यटक यहां की 56 दुकान भी जाते हैं। पिछले एक माह में 56 दुकान आने वाले पर्यटकों की संख्या में 25 से 30 प्रतिशत तक की बढ़त हुई है।
उज्जैन जाने वाले पर्यटक पहले इंदौर में नहीं ठहरते थे, अब वे दो-दो रात यहां बिता रहे हैं और महाकाल व ओंकारेश्वर के दर्शन के साथ महेश्वर, मांडू और इंदौर की भी खूबसूरती निहार रहे हैं। इसका प्रभाव यह हो रहा है कि अब इंदौर के होटलों में भी कमरों की अनुपलब्धता बढ़ रही है। पहले जहां होटलों में पर्यटकों को आकर्षित करने के उद्देश्य से राशि में रियायत दी जाती थी, वहीं अब पर्यटक ठहरने के मुंहमांगे दाम चुका रहे हैं।उज्जैन में श्री महाकाल महालोक बनने के बाद इंदौर में गुजरात, महाराष्ट्र, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के पर्यटक सबसे ज्यादा आ रहे हैं। यही नहीं, विदेशी पर्यटक भी अब इंदौर की ओर रुख करने लगे हैं। शहर के प्रमुख मंदिर, ऐतिहासिक स्थल, 56 दुकान और सराफा में इसका असर नजर आने लगा है।
सराफा चौपाटी - इंदौर आने वाले पर्यटक इंदौर की सराफा चौपाटी में भी इंदौरी जायके का लुफ्त लेते हैं।
कई इंडस्ट्री को मिल रहा लाभ
टूरिज्म बोर्ड के उप निदेशक उमाकांत चौधरी के अनुसार, पहले पर्यटक उज्जैन और ओंकारेश्वर में ज्योतिर्लिंग के दर्शन कर एक दिन में ही रवाना हो जाते थे, पर अब स्थिति बदली है। वे शाम को उज्जैन में श्री महाकाल महालोक देखने जा रहे हैं और रात इंदौर में बिता रहे हैं। दूसरा दिन ओंकारेश्वर-महेश्वर में बिता रहे हैं। लौटकर दूसरी रात भी इंदौर में बिता रहे हैं। पर्यटकों के इंदौर में आने से केवल होटल इंडस्ट्री ही नहीं, बल्कि ट्रैवल इंडस्ट्री, फूड इंडस्ट्री को भी बढ़त मिली है।
किराए में छूट के बजाय बढ़त का ग्राफ
होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष सुमित सुरी के अनुसार, कोरोना के बाद पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए होटलों में 10 से 20 प्रतिशत तक किराए में छूट दी जा रही थी, वहीं अब स्थिति विपरीत है। अब पर्यटकों के लिए कमरे ही उपलब्ध नहीं हैं और किराए में 10 से 15 प्रतिशत तक की बढ़त हो चुकी है। पर्यटक इंदौर में रुकना इसलिए पसंद कर रहे हैं क्योंकि यह उज्जैन और ओंकारेश्वर के मध्य में है। यहां उज्जैन की अपेक्षा होटलों की संख्या ज्यादा है और आवागमन के साधन भी बेहतर हैं।
फूड इंडस्ट्री में 35 प्रतिशत का उछाल
इंदौर में लालबाग पैलेस और राजवाड़ा का संरक्षण कार्य जारी है, इसलिए अभी वहां ज्यादा पर्यटक नहीं जा रहे, लेकिन कांच मंदिर, खजराना गणेश मंदिर, बड़ा गणपति मंदिर, 56 दुकान और सराफा जाने वाले पर्यटकों की संख्या तेजी से बढ़ी है। 56 दुकान व्यापारी संघ के अध्यक्ष गुंजन लड्ढा के अनुसार, विगत एक माह में 56 दुकान आने वाले पर्यटकों की संख्या में 25 से 30 प्रतिशत तक की बढ़त हुई है। वहीं यहां से नमकीन और मिठाई की बिक्री में 35 से 40 प्रतिशत तक का उछाल आया है। कांच मंदिर के संचालक प्रिंसपाल टोंग्या के अनुसार, मंदिर में आने वाले पर्यटक दोगुना हो गए हैं। सबसे ज्यादा पर्यटक महाराष्ट्र और गुजरात के आ रहे हैं।