नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। राजा रघुवंशी हत्याकांड में शिलांग पुलिस ने गुरुवार दोपहर पांच आरोपितों को एडीजे कोर्ट में पेश किया। करीब एक घंटे चली सुनवाई के बाद कोर्ट ने आरोपित विशाल उर्फ विक्की, आकाश और आनंद को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। जबकि सोनम और राज की दोबारा दो दिन के लिए पुलिस रिमांड दे दी। एसआइटी कड़ी सुरक्षा के बीच पांचों आरोपितों को कोर्ट लेकर पहुंची थी। एसआइटी की ओर से सरकारी अधिवक्ता ने बहस की।
उन्होंने कहा कि राज और सोनम शातिर अपराधी है। राजा की हत्या के संबंध में कुछ सवालों के जवाब मिलना शेष है। कोर्ट ने पुलिस की बात मानते हुए दो दिन की रिमांड स्वीकृत कर दी। कोर्ट ने आरोपितों का नियमित मेडिकल और महिला पुलिसकर्मी की मौजूदगी में पूछताछ के निर्देश दिए। कोर्ट ने विशाल, आनंद और आकाश का जेल वारंट बना दिया। उधर एसआइटी का एक दल तीसरे दिन भी इंदौर में छानबीन में जुटा रहा।
गुरुवार को गोविंद रघुवंशी, कर्मचारी और ड्राइवर से पूछताछ की। एसआइटी ने गुरुवार दोपहर अपराध शाखा में राज और सोनम से जुड़े व्यक्तियों से गहन पूछताछ की। करीब पांच घंटे चली पूछताछ में हवाला, सोनम के व्यवहार, उसके दोस्तों और राज से दोस्ती से संबंधित सवाल किए गए। पुलिस ने सोनम को गाजीपुर छोड़ने वाले ड्राइवर और कार मालिक को भी बुलाया था। एसआइटी सोनम के भाई गोविंद को नहीं छोड़ रही है। उसके साथ ही संदिग्ध स्थानों पर जाती है।
गुरुवार दोपहर कर्मचारियों को गोविंद के माध्यम से ही बुलाया गया। टीम ने मैनेजर दुर्गेश, कर्मचारी ललित सहित चार युवतियों के कथन लिए। एसआइटी ने इस दौरान पूछा कि सोनम और राज की क्या जिम्मेदारी थी। राज को सोनम के साथ कहां-कहां देखा है। हालांकि, कर्मचारियों ने राज को भरोसेमंद कर्मचारी बताया और कहा कि वह लाखों रुपये का लेनदेन करता था। हवाला के रुपये लाने का काम राज संभालता था।
विजयनगर वाला ऑफिस गोविंद ने दिखावे के लिए शेयर ट्रेडिंग का बता रखा है। असल में यहां हवाला संबंधित लेनदेन होता है। पुलिस ने अंत में टैक्सी चालक पीयूष को भी बुलाया। पीयूष कार मालिक के साथ बयान देने पहुंचा और बताया कि राज ने कार बुक की थी। उसने 15 हजार रुपये कैश जमा करवाए थे। पेट्रोल और टोल टैक्स चुकाने के लिए भी कहा था। पीयूष ने कहा वह हीराबाग स्थित फ्लैट से सोनम को ले गया था। उसके साथ में आकाश (आरोपित) भी था। बायपास पर छोड़ कर पीयूष लौट आया था। आकाश ललितपुर की ओर चला गया।
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