DAVV Indore: परीक्षा देने कालेज नहीं पहुंचे छात्र, बोले एक्सटर्नल ने वायवा नहीं लिया
DAVV Indore: मामला गुरु गोविंद सिंह ला कालेज का, जांच विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण संघ के पास। विद्यार्थियों की अनुपस्थित से जुड़ा मामले की जांच पहले डीएसडब्ल्यू करेंगे। बाद में परीक्षा विभाग वायवा के अंक जोड़ने के बारे में निर्णय लेगा।
By Sameer Deshpande
Edited By: Sameer Deshpande
Publish Date: Wed, 02 Nov 2022 09:40:18 AM (IST)
Updated Date: Wed, 02 Nov 2022 10:11:46 AM (IST)

DAVV Indore: इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (डीएवीवी) ने बीते दिनों एलएलबी चौथे सेमेस्टर का रिजल्ट जारी किया। एटीकेटी वाले कुछ विद्यार्थी अंकसूची लेने पहुंचे तो उन्हें वायवा में अनुपस्थित बताया। मामला कालेज प्रबंधन से जानकारी मांगी तो उन्होंने विद्यार्थियों के परीक्षा नहीं देने की बात कहीं। जबकि विद्यार्थियों का आरोप है कि कालेज पहुंचने के बावजूद एक्सटर्नल ने हमारा वायवा नहीं लिया। फिलहाल छात्र कल्याण संघ (डीएसडब्ल्यू) को जांच का जिम्मा सौंपा है।
मामला गुरु गोविंद सिंह ला कालेज का है। मंगलवार को तीन छात्रों ने परीक्षा नियंत्रक डा. अशेष तिवारी को आवेदन दिया और कहा कि हमारी परीक्षा नहीं ली गई है। जानकारी निकलने पर पता चला कि कुछ विद्यार्थी कालेज नहीं पहुंचे थे। समय निकलने के बाद विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय में संपर्क किया और कहा कि हमें वायवा से वंचित रखा गया है। कालेज से वायवा के मार्क्स बुलाए तो उसमें कुल आठ विद्यार्थियों को अनुपस्थित दर्शाया है। प्रबंधन से पूछने पर सामने आया कि विद्यार्थियों को वायवा के लिए एक्सटर्नल के आने का समय और दिनांक वाट्सअप पर भेजा था।
विद्यार्थियों की माने तो निर्धारित समय पर पहुंचने के बावजूद एक्सटर्नल ने वायवा नहीं लिया। कालेज वालों से अनुपस्थित दिखाने की गलती हुई है। इसके बारे में प्रिंसिपल ने बताया है।वह दोबारा हमारे मार्क्स भेजने को तैयार है। अब पूरे मामले की जांच छात्र कल्याण संघ के अध्यक्ष डा. एलके त्रिपाठी की दी है। अधिकारियों के मुताबिक वायवा के मार्क्स अब जोड़े नहीं जा सकते है। मगर इनकी उपस्थित और अनुपस्थित के बारे में पता लगाया जाना चाहिए। उसके बाद विश्वविद्यालय को फैसला लेने में आसानी होगी।
विद्यार्थियों को अपनी उपस्थित से जुड़े प्रमाण प्रस्तुत करना होंगे। परीक्षा नियंत्रक डा. तिवारी का कहना है कि विद्यार्थियों की अनुपस्थित से जुड़ा मामले की जांच पहले डीएसडब्ल्यू करेंगे। बाद में परीक्षा विभाग वायवा के अंक जोड़ने के बारे में निर्णय लेगा।