नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। रेल यात्रियों को बेहतर सुविधाएं और सेवाएं देने के लिए रेलवे ने पिछले साल अमृत भारत स्टेशन योजना शुरू की थी। इसके अंतर्गत स्टेशनों पर नई स्टेशन इमारत से लेकर आधुनिकीकरण सहित सभी काम होने हैं। रतलाम मंडल में इस कड़ी में 16 स्टेशनों को शामिल किया गया है। इनमें अधिकांश का कायाकल्प शुरू भी हो चुका है।
अब इंदौर सांसद शंकर लालवानी ने रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव से मिलकर इंदौर से लगे चार रेलवे स्टेशनों को भी अमृत योजना में शामिल करने के लिए कहा है। हाल ही में सांसद लालवानी रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव से मिले थे। इस दौरान उन्होंने इंदौर रेलवे स्टेशन से जुड़ी यात्री सुविधाओं, नई ट्रेनों का परिचालन सहित अन्य बिंदुओं पर चर्चा की थी।
साथ ही सांसद शंकर लालवानी ने अमृत योजना के तहत राऊ, मांगलिया, राजेंद्र नगर और चंद्रावतीगंज (फतेहाबाद) स्टेशन को भी अमृत योजना में शामिल कर विकसित करने के लिए कहा है। सांसद लालवानी ने बताया कि रेलमंत्री ने आश्वासन दिया है। अमृत योजना में इन स्टेशनों के शामिल होने से यात्री सुविधाओं के साथ ही सेवाओं में भी बढ़ोतरी होगी।
इस प्रोजेक्ट स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया के आधुनिकीकरण के लिए फेज प्लान, यात्री सुविधा कार्यों, स्टेशन की इमारत में सुधार, रूफ प्लाजा, आधुनिक प्रवेश द्वार, वेटिंग हाल, रिटायरिंग रूम, प्रसाधन सुविधाएं, एक्जीक्यूटिव लाउंज, होर्डिंग, साइनेज, कियोस्क, स्टेशन पहुंच मार्ग, लैंडस्केपिंग, अतिरिक्त प्रवेश द्वार, प्लेटफार्म कवरशेड, जल निकास प्रणाली, वाई-फाई एक्सेस, एस्केलेटर, सीसीटीवी कैमरे आदि कार्य किए जाएंगे।
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत इंदौर रेलवे स्टेशन को नए सिरे से तैयार किया जा रहा है। इसका वर्चुअल भूमिपूजन फरवरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। 479 करोड़ रुपये की लागत से तैयार होने वाला यह रेलवे स्टेशन 2027 तक तैयार कर लिया जाएगा। यहां एयरपोर्ट की तर्ज पर यात्री सुविधाएं मिलेंगी।
बता दें कि इस प्रोजेक्ट के तहत प्लेटफॉर्म-एक पर सात मंजिला और प्लेटफॉर्म-चार पर तीन मंजिला इमारत बनाई जाएगी। इसमें होटल, शॉपिंग कांप्लेक्स सहित तमाम सुविधाएं मौजूद रहेंगी। सर्कुलेटिंग एरिया के साथ बेसमेंट में पार्किंग बनाई जाएगी। एक हजार यात्रियों के लिए एसी बुकिंग हॉल बनेगा।
बीते माह दो जुलाई को इस प्रोजेक्ट के लिए टेंडर खोला गया है, जिसमें 18 एजेंसियों ने हिस्सा लिया है। इसके बाद सभी तरह की प्रक्रियाएं, अनुमति, ट्रेन ऑपरेशन आदि तैयार करने में तीन-चार माह लगेंगे। इसके बाद नवंबर-दिसंबर तक काम शुरू हो पाएगा।