महू। 50 के दशक की प्रसिद्ध अभिनेत्री शीला रमानी का यहां निधन हो गया। वे 83 वर्ष की थी। उन्होंने अपने जमाने में कई प्रसिद्ध सितारों के साथ यादगार अभिनय किया था। शीला रमानी ने देवानंद और गुरूदत्त जैसे अभिनेताओं के साथ भी फिल्में की थी।
उन्होंने महू निवासी पारसी जाल कावस्जी से विवाह रचाया और मुंबई, न्यूयॉर्क, कोलम्बो तथा ऑस्ट्रेलिया में रहने के बाद वे महू में ही रही।
उनका जन्म 2 मार्च 1932 को पाकिस्तान में हुआ था। उन्हें शीला केवलरमानी के नाम से भी जाना जाता है। उन्हें हिन्दी फ़िल्मों में लाने का श्रेय चेतन आनन्द को जाता है। वह टैक्सी ड्राइवर, नौकरी फ़िल्म में अपनी भूमिका से प्रसिद्ध रही। सिन्ध में पैदा हुई शीला रमानी उस प्रांत से हिन्दी सिनेमा में आने वाली कुछ गिने-चुने कलाकारों में से एक रही। उनकी पहली फिल्म बदनाम थी।
उन्हें 50 के दशक की शुरुआत में मिस शिमला का ख़िताब मिला। अपने मामा (शेख़ लतीफ़) के कहने पर उन्होंने 1956 में एक पाकिस्तानी फ़िल्म अनोखी में प्रमुख किरदार अदा किया। बाद में उन्होंने कुछ बी-ग्रेड फ़िल्मों, जैसे जंगल किंग (1959) और द रिटर्न ऑफ़ सुपरमैन (1960), में भी छोटी भूमिकाएं निभाईं।
1950 के दशक में उन्हें कुछ रोचक फ़िल्में मिलीं। 1960 में बनी पहली सिन्धी फ़िलम अबना में उन्होंने मुख्य भूमिका निभाई और इस फ़िल्म में उनकी छोटी बहन का रोल साधना ने निभाया था।
जब साधना उनके पास उनका ऑटोग्राफ़ मांगने गईं तो शीला ने कहा कि तुम मेरा ऑटोग्राफ़ क्या मांग रही हो एक दिन ऐसा आयेगा जब मैं तुम्हारा ऑटोग्राफ़ मांगूंगी। उनकी बात सच साबित हुई।
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