इंदौर में टीसीएस के सामने की मिट्टी तय करेगी सुपर कारिडोर पर मेट्रो के पिलर की ऊंचाई
31.5 किलोमीटर लंबे मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के काम में दिसंबर माह से काफी तेजी आई है।
By Hemraj Yadav
Edited By: Hemraj Yadav
Publish Date: Sun, 13 Feb 2022 09:05:00 AM (IST)
Updated Date: Sun, 13 Feb 2022 09:05:35 AM (IST)

इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। शहर में चल रहे मेट्रो के काम को अब गति मिलने लगी है। एमआर-10 के बाद अब सुपर कारिडोर पर भी इसके काम में गति आ गई है। टीसीएस के सामने मिट्टी की गुणवत्ता जांचने का काम चल रहा है। इसी से तय होगा कि सुपर कारिडोर पर पिलर की ऊंचाई कितनी होगी। हालांकि यहां किसी तरह बिजली या निर्माण कार्य नहीं होने से दिक्कत नहीं आएगी और काम तेजी से चलेगा। अगले साल तक काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
31.5 किलोमीटर लंबे मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के काम में दिसंबर माह से काफी तेजी आ गई है। दिसंबर में इंदौर आए मुख्यमंत्री ने चंद्रगुप्त मौर्य चौराहे पर बनने वाले स्टेशन का भूमिपूजन किया था। गांधीनगर से एमआर-10 ब्रिज के हिस्से में करीब 11 किलोमीटर का मेट्रो कारिडोर और इस हिस्से में नौ स्टेशनों के निर्माण किया जाएगा। इसका ठेका 1034 करोड़ रुपये में दिया गया है, जबकि एमआर-10 ब्रिज से विजय नगर होते हुए रोबोट चौराहे तक सात स्टेशनों का निर्माण 382 करोड़ में रुपये में होगा।
एक स्टेशन की जगह से लिए 10 नमूने - विजय नगर इलाके में काम काफी तेजी से आगे बढ़ गया है। पिलर का काम बापट चौराहे तक पहुंच गया है, जबकि विजय नगर तक मिट्टी की टेस्टिंग का काम चल रहा है। अधिकारियों का कहना है कि चूंकि यहां स्टेशन बनने हैं। इसलिए सतर्कता बरतते हुए एक स्टेशन की जगह से 10 नमूने तक लिए गए हैं। आइएसबीटी के यहां पर पहला मेट्रो स्टेशन बनाया जाएगा, जबकि इसके बाद गांधीनगर में स्टेशन बनाया जाएगा। इसके लिए दो दिन पहले निगमायुक्त ने दौरा भी किया था। पहले चरण में करीब 16 स्टेशन बनाए जाएंगे। इधर सुपर कारिडोर पर मेट्रो का काम करने के लिए बीच में डिवाइडर की जगह पर बेरिकेड लगा दिए गए हैं। टीसीएस के पास मिट्टी का परीक्षण भी किया जा रहा है।