इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। घर और परिवार की जिम्मेदारी बखूबी निभाने वाली महिलाएं अब इंदौर की अर्थव्यवस्था में भी बड़ी भूमिका निभा रही हैं। नई सोच, नए प्रयास और नए जुनून से काम करते हुए वे न केवल अपनी नई पहचान बना रही हैं बल्कि औरों को भी रोजगार दे रही हैं।
बिजनेस के मैदान में उतरीं महिलाओं ने धैर्य, कड़ी मेहनत, पक्के इरादे और कुछ कर दिखाने की चाह लिए न केवल पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाया, बल्कि अपनी सफलता की एक नई इबारत लिखना भी शुरू की। इसका परिणाम यह रहा कि अब ये अपने दम पर अपनी पहचान बना पा रही हैं। किसी ने घर की रसोई से अपने सपनों को उड़ान देने की शुरुआत की तो किसी ने सैर सपाटे में हुए अनुभव से प्रभावित होकर शहर की सेहत सुधारने के लिए कदम बढ़ाया। घर की अर्थव्यवस्था में अहम भूमिका निभाने वाली महिलाओं ने कारोबार की दुनिया में जब कदम रखा तो शहर की अर्थव्यवस्था में भी सुधार लाने की ठानी।
फैशन की दुनिया में अपनी अलग ही पहचान बनाने वाली शहर की श्वेता अरोरा बजाज ने करियर की शुरुआत खुद के बुटिक से की थी। श्वेता बताती हैं वे हमेशा कुछ अलग करना चाहती थी। ऐसे में उन्होंने प्रदर्शनी लगाने का निर्णय लिया। डेढ़ वर्ष उस पर कार्य किया और फिर शहर में ला कलर्स के नाम से प्रदर्शनी लगाना शुरू की। प्रदर्शनी बेशक इंदौर और भोपाल में लगती है लेकिन स्टाल लगाने देशभर से लोग आते हैं। 10 वर्ष पहले शुरू किए गए प्रयास में आज 60 कंपनियां साथ दे रही हैं। मेरे साथ पांच लोगों की टीम यह कार्य करती है। अब इसे और भी विस्तृत रूप देने की योजना है।
जेस्मीन लुल्ला ने सपनों को उड़ान देने की शुरुआत घर की रसोई से की थी। घर से ही बेकरी उत्पाद बनाना शुरू किया और धीरे-धीरे मांग इतनी बढ़ी कि पहले एक आउटलेट शुरू किया और अब 16 आउटलेट रिवा केक्स एंड क्राफ्ट के नाम से हैं। जेस्मीन बताती हैं कि इंदौर के अलावा उज्जैन, देवास, अहमदाबाद, राजमुंदरी में भी आउटलेट हैं। 2012 में शुरू की गई कोशिश केवल व्यापार नहीं बल्कि मेरे लिए ऊर्जा का माध्यम भी है।
खानपान के शौकीन शहर में खानपान के जरिए ही लोगों की सेहत सुधारने का जो प्रयास दिव्या कोटवानी ने चंद वर्षों पहले शुरू किया था अब वह आम से लेकर खास तक पहुंच गया है। पेशे से आहार व पोषण विशेषज्ञ दिव्या ने रक्त समूह के अनुरूप व्यक्ति की आहार तालिका बनाकर उनके उपचार और स्वास्थ्य की जिम्मेदारी ली। वे कहती हैं वैज्ञानिक पद्धति को अपनाते हुए कुछ अलग करने की यह कोशिश रंग लाई और इंदौर के लोग ही नहीं, बल्कि एमटीवी के माडल नासिर खान, कोमल कालरा सहित अन्य माडलों के लिए भी मैंने कार्य किया है। अकेले से हुई शुरुआत में आज मेरे साथ 10 सदस्य हैं।
योग के जरिए लोगों की सेहत को सुधारने का कार्य विगत पांच वर्ष से रोशनी केसवानी क्रासफिट स्टूडियो के माध्यम से कर रही हैं। वे बताती हैं कि करीब छह वर्ष पहले हरिद्वार और ऋषिकेष घूमने गईं थी और वहां वे बाबा रामदेव से भी मिली। उन्हें और अन्य लोगों को योग करते देख योग का प्रशिक्षण प्राप्त किया ताकि शहर में योग कराया जा सके। रोशनी कहती हैं इंदौर में मैंने यह महसूस किया कि यहां के लोग जिस तरह भोजन में बदलाव चाहते हैं उसी तरह व्यायाम में भी एकरूपता नहीं चाहते। ऐसे में व्यायाम के तरीके बदले और मल्टीपल वर्कआउट की अवधारणा पर व्यायाम कराना शुरू किया। इसमें एरियल योगा और एनिमल फ्लो वर्कआउट को प्रमुखता से शामिल किया।
एम ग्रुप की संस्थापक सुप्रिया मदान ने बताया कि काकटेल एंड ड्रिंक्स पर 9 जून को होने वाले आयोजन में 35 महिला उद्यमी रैंप वाक करेंगी। इनकी हौसला अफजाई शहर के इंफ्लुएंसर करेंगे। आयोजन का उद्देश्य अपने-अपने क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाली महिलाओं को सबके सामने लाकर उदाहरण पेश करना और उनके अनुभवों को लोगों तक पहुंचाना है। आयोजन के जरिए यह संदेश भी देना चाहते हैं कि शहर की अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाने में यहां की महिलाओं का भी अहम योगदान है।