लोकेश सोलंकी, इंदौर Bribe Viral Audio in Indore। बिजली कंपनी के एडिशनल चीफ इंजीनियर अशोक शर्मा का रिश्वत मांगते एक और आडियो वायरल हो गया है। मंगलवार से बिजली कंपनी के अधिकारियों-इंजीनियरों के वाट्सएप ग्रुपों में ही आडियो शेयर किया जा रहा है। इसमें शर्मा निजी कंपनी के ठेकेदार से बिल पास करवाने के बदले रुपयों की मांग कर रहे हैं। और तो और सीधे तौर पर पुराने बकाया का हिसाब भी किया जा रहा है। ठेकेदार पहले दिए दो लाख रुपये की बात भी कहते सुनाई दे रहा है। शर्मा का दो महीने पहले भी फाइलें पास करने के ऐवज में पैसों की मांग का एक आडियो सामने आया था। पुराने आडियो में अपनी आवाज पहचानने से इनकार करने वाले इंजीनियर दूसरे आडियो के जारी होने के बाद कह रहे हैं कि जब-जब बिजली कंपनी में खुलासे होते हैं मेरे आडियो जारी हो जाते हैं।
वायरल हुए ताजा आडियो में पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी में पदस्थ इंजीनियर अशोक शर्मा के साथ क्षेमा पावर नामक ठेकेदार कंपनी के प्रोजेक्ट इंंजीनियर मनीष नामक व्यक्ति की चर्चा सुनाई दे रही है। आवाज सुनने से साफ लग रहा है कि शर्मा के दफ्तर में ही बातचीत हो रही है। बिजली इंंजीनियर से निजी कंपनी का व्यक्ति अपने बिल पास करने की बात कह रहा है। इस पर इंजीनियर पुराने दो करोड़ रुपये के बिल पास करवाने का हवाला दे रहे हैं। इंजीनियर कह रहे हैं कि पुराने 3.50 लाख रुपये आना बाकी है। निजी कंपनी का ठेकेदार कह रहा है कि दो लाख तो मैं तो दे चुका हूं अब सिर्फ एक लाख ही देना बाकी है।
इस पर बिजली कंपनी के अधिकारी जल्द पैसा देने की ताकीद करते सुनाई दे रहे हैं। ठेकेदार थोड़ा समय मांगते हुए बिल पास करने की बात कर रहा है। साथ ही कह रहा है कि भरोसा रखे मैं अपनी बात पूरी करुंंगा। इसके बाद अशोक शर्मा ठेकेदार के सामने ही बिजली कंपनी के चीफ फायनेंस आफिसर को फोन लगाते हुए संबंधित ठेकेदार के अब तक पास हुए बिल के बारे में जानकारी मांगते हैं। साथ ही यह भी कहते हैं कि बचे बिल पास कर दें। ठेकेदार को जानकारी भी दे देते हैं कि फायनेंस आफिसर की ओर से बिल पास हो चुके हैं। उल्लेखनीय है कि इंदौर मेें 230 करोड़ के आइपीडीएस केे कामों में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है।
बिजली कंपनी एमडी की चुप्पी
रिश्वतखोरी के मामले के सार्वजनिक होने के बाद पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के एमडी अमित तोमर ने चुप्पी साध ली है। एमडी मामले पर प्रतिक्रिया देने के लिए उपलब्ध नहीं हुए। दरअसल 29 जून को भी अशोक शर्मा का ऐसा ही एक आडियो सामने आया था। उस समय शर्मा आइपीडीएस प्रोजेक्ट के डायरेक्टर के पद पर थे। पहले आडियो केे बाद भी बिजली कंपनी के एमडी ने लिखित शिकायत नहीं मिलने का बहाना बनाया गया। हालांकि बाद में बिजली कंपनी के सीजीएम संतोष टैगोर ने अशोक शर्मा की पदस्थापना बदलकर आइपीडीएस प्रोजेक्ट डायरेक्टर पद से हटा दिया और विजिलेंस विभाग में पदस्थ करने का आदेश जारी कर दिया गया था।
बिजली कंपनी के रवैये पर सवाल इसलिए भी उठ रहे हैं कि बिल पास करवाने से लेकर इस बारे में फाइनेंस आफिसर से बात करना भी इंजीनियर के कार्यक्षेत्र में नहीं आता। आडियो बिजली कंपनी के हर अधिकारी के मोबाइल में पहुंच चुका है। पुराने आडियो के बारे में लिखित शिकायत करने वाले एडवोकेट अभिजीत पांडे के अनुसार पिछली शिकायत के बाद ताजा आडियो भी मैंने एमडी के मोबाइल भेजा है लेकिन कार्रवाई नहीं हो रही है।
खुलासे होते हैं तो ऐसा होता है
मेरे खिलाफ षडयंत्र है। जब-जब बिजली कंपनी में खुलासे होते हैं तब-तब कुछ लोग अपना चेहरा छुपाने के लिए मुझे आगे कर देते हैं। मैं आइपीडीएस में गलत नहीं हूं। लेन-देन की बात गलत है। मामले में मेरा विभाग जब मुझसे पूछेगा जांच करेगा मैं अपना पक्ष रखूंगा।
- अशोक शर्मा, एडिशनल चीफ इंजीनियर पश्चिम क्षेत्र वितरण कंपनी