Loan Mela Indore: सैनिटेशन का काम करने वाले डिसेल्टिंग मशीन से करेंगे चैंबरों की सफाई
Loan Mela Indore: चैंबर में उतरकर खतरनाक काम करने से मिलेगी निजात।
By Sameer Deshpande
Edited By: Sameer Deshpande
Publish Date: Mon, 18 Jan 2021 07:24:25 PM (IST)
Updated Date: Mon, 18 Jan 2021 07:24:25 PM (IST)

इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि Loan Mela Indore। सैनिटेशन का काम करने वाले अनौपचारिक श्रमिक अब बांस-किमची के बजाय डिसेल्टिंग मशीन की मदद से चैंबरों की सफाई कर सकेंगे। इससे न केवल उनका काम सुरक्षित होगा, बल्कि काम में पहले से कहीं ज्यादा आसानी भी होगी। सोमवार को नगर निगम द्वारा ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में आयोजित लोन मेले में डिसेल्टिंग मशीन खरीदने के लिए आवेदन देने वाले श्रमिकों को मौके पर ही मशीन की चाबी सौंपी गई।
नगरीय विकास विभाग के आदेश पर लगाए गए मेले में रियायती दरों पर उपकरण खरीदने के लिए लोन उपलब्ध करवाया जा रहा है। स्वच्छता अभियान के सफाई सुरक्षा चैलेंज के अंतर्गत सफाई श्रमिकों का जीवन स्तर बेहतर बनाने के लिए लोन मेला आयोजित किया गया। अतिथियों ने सफाई मित्र अभिजीत चुटेले को मौके पर डिसेल्टिंग मशीन का लोन स्वीकृत कर उसे मशीन की चाबी सौंपी।
कार्यक्रम में सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि जब मैं नगर निगम में पार्षद था, तब देखता था कि चैंबरों की सफाई के लिए कर्मचारी गंदे पानी में उतरते थे, लेकिन अब डिसेल्टिंग जैसी कई मशीनें और उपकरणों से सफाई हो रही है। इसके लिए सरकार द्वारा कम दर पर लोन उपलब्ध करवाया जा रहा है, जो एक सराहनीय पहल है। विधायक मालिनी गौड़ ने कहा कि चैंबर सफाई के दौरान सफाई मित्रों का जोखिम कम करने के लिए कम ब्याज दरों पर मशीन-उपकरण के लिए मेले के माध्यम से लोन दिया जा रहा है। नगर निगम प्रशासक डॉ. पवनकुमार शर्मा ने कहा कि पहले चैंबरों की सफाई का काम हाथ से होता था और श्रमिक मैला ढोते थे। इससे बीमारियों का खतरा बना रहता था। शासन के निर्देश पर कम ब्याज दर पर मशीनें खरीदने के लिए लोन दिया जा रहा है।
सफाई मित्र सुरक्षा चैलेंज का एक अनिवार्य हिस्सा
प्रभारी निगमायुक्त एसके चैतन्य ने कहा कि सफाई मित्र सुरक्षा चैलेंज का एक अनिवार्य हिस्सा हैं। लोन मेले के माध्यम से सैप्टिक टैंक या सीवर लाइन की सफाई में लगे श्रमिकों, स्वयं सहायता समूहों और निजी एजेंसियों को कम ब्याज पर वित्तीय सहायता दी जा रही है। इससे श्रमिक मैन टू मशीन के घटकों को भी जान सकेंगे। नेशनल सफाई कर्मचारी फाइनेंस एंड डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के सहयोग से पहले छह पात्र हितग्राहियों को 60 लाख रुपये तक का लोन उपलब्ध करवाया जा चुका है।
योजना के तहत पांच से 15 लाख रुपये की प्रति यूनिट के हिसाब से पांच लाख रुपये तक की लागत पर 50 प्रतिशत की सब्सिडी दी जाएगी। कार्यक्रम में दलित इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष डॉ. अनिल सिरवैया, सफाई कर्मचारी कामगार यूनियन के अध्यक्ष प्रताप करोसिया और बड़ी संख्या में सैनिटेशन का काम करने वाले श्रमिक, रैग पिकर्स आदि मौजूद थे।