इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। सुरों की एक और सभा शहर में सजी। यह सभा रानी रूपमती संगीत कला मंच द्वारा जाल सभागृह में आयोजित की गई थी। लता मंगेशकर और बप्पी लाहिड़ी को स्वरों के माध्यम से श्रद्धांजलि देने के लिए संस्था द्वारा यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था। आयोजन में लता मंगेशकर द्वारा गाए गए गीतों को स्थानीय कलाकारों ने यहां प्रस्तुत किया।
‘स्वर्णिम लता’ नाम से आयोजित हुए कार्यक्रम की शुरुआत मंजू रावत ने फिल्म ‘सत्यम शिवम सुंदरम’ के शीर्षक गीत से की। इसके बाद श्रुति ने ‘16 बरस की बाली उमर को सलाम’ गीत गाते हुए सभा को आगे बढ़ाया। स्थानीय कलाकारों में से ही पिंकी श्रीवास्तव ने हिना फिल्म का शीर्षक गीत ‘मैं हूं खुश रंग हीना’ सुनाते हुए खूब दाद बटोरी। कार्यक्रम में एकल और युगल प्रस्तुतियों का रंग जमा। बात अगर एकल प्रस्तुतियों की करें तो मंजू ने ‘आपकी इनायते आपके करम, ढाड़े रहियो ओ बांके यार रे, ओ बसंती पवन पागल’ सहित कई गीत सुनाए तो पिंकी ने ‘जब तक है जां जाने जहां’, श्रुति ने ‘इक राधा इक मीरा, अजी रूठ कर अब कहां जाइयेगा’ गीत सुनाकर दाद बटोरी।
युगल गीतों की प्रस्तुतियों में नितिन शर्मा और मंजू की जोड़ी ने सावन का महिना पवन करे शोर, नितिन और पंखुड़ी शर्मा की जोड़ी ने ‘अच्छा अब दूर जाना’, संजय शर्मा और मंजू ने ‘ये कहां आ गए हम’ गीत सुनाया। राखी गुरबानी और कमल वीरवानी ने ‘पर्वत के इस पार’ गीत पेश किया तो कमल और श्रुति ने अभिमान फिल्म का गीत ‘तेरे मेरे मिलन की ये रैना’ गीत सुनाया। आयोजन में ‘सुनो सजना पपीहे ने, कोयल बोली दुनिया डोली, बेताब दिल की तमन्ना है, मुझे तेरी मोहब्बत का सहारा, ऐ मेरे वतन के लोगों’ गीतों को खूब पसंद किया गया। आयोजन में खासी संख्या में श्रोता उपस्थित थे। संचालन मोना ठाकुर ने किया।