
Ujjain Girl Case: इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। उज्जैन में सतना निवासी 12 वर्षीय बच्ची के साथ हुई दरिंदगी ने सभी को झकझोर दिया है। एमटीएच अस्पताल में भर्ती बच्ची की हालत में पहले से सुधार देखने को मिल रहा है। वह बार-बार मां को याद कर रही है। जानकारी अनुसार बच्ची के निजी अंगों पर गंभीर चोट आई है। उसके शरीर में थोड़े-बहुत चोट के निशान हैं। बच्ची अब ज्यादा डर भी नहीं रही है।
देखभाल के लिए वहां महिला डाक्टर और अन्य स्टाफ ही मौजूद है। खाने में अभी सिर्फ उसे लिक्विड डाइट ही दिया जा रहा है। बच्ची से किसी को भी मिलने नहीं दिया जा रहा है। बाहर गेट पर ही पुलिस पहरा दिए हुए है। बता दें कि दुष्कर्म और क्रूरता से पीड़ित बच्ची उस समय मरने की कगार पर थी, जब वह लोगों से मदद की गुहार लगा रही थी और उसे भगाया जा रहा था। उसका आपरेशन किया गया है, जिसके बाद से लगातार सुधार देखने को मिल रहा है।
दुष्कर्म और क्रूरता से पीड़ित 15 वर्षीय दुष्कर्म पीड़िता उस समय मरने की कगार पर थी जब वह लोगों से मदद की गुहार लगा रही थी और उसे भगाया जा रहा था। मिली जानकारी के अनुसार, दुष्कर्म पीड़िता के निजी अंगों पर चोटें गंभीर हैं। अगर इलाज में थोड़ी और देरी हुई होती तो उसकी जान भी जा सकती थी। उसका आपरेशन किया गया है और उसके ठीक होने की उम्मीद है। हालांकि वह अभी भी गहरे सदमे और पीड़ा में है।

जब भी उसे होश आता है, तो वह अपनी मां को बुलाती है और अपनी स्कूल यूनिफॉर्म मांगती है (जो उसने उज्जैन में दुष्कर्म के समय पहनी हुई थी)। उसके परिवार ने मानसिक रूप से अस्थिर बताया है।
उल्लेखनीय है कि उज्जैन में पिछले दिनों 15 साल की बालिका के साथ दुष्कर्म हुआ था। वह उज्जैन की गलियों में खून से लथपथ अर्धनग्न अवस्था में मदद की मांगती रही। कुछ लोगों ने उसे पैसे भी दिए। बाद में एक पंडितजी ने बच्ची को कपड़े दिए और पुलिस को सूचना दी थी। बाद में बालिका से पूछताछ के बाद रिक्शा चालक भरत सोनी को गिरफ्तार कर लिया गया।
बालिका की गुमशुदगी की रिपोर्ट सतना में दर्ज की गई थी। स्वजन उसे मानसिक तौर पर कमजोर बता रहे हैं। बालिका को इलाज के लिए इंदौर के एमटीएच अस्पताल में रखा गया है।