International Youth Day 2024: अनियंत्रित खानपान और बुरी आदतों ने बिगाड़ी सेहत... 40 प्रतिशत युवा प्री-डायबिटीज की चपेट में
चिकित्सकों का कहना है कि अब युवाओं में कम उम्र में गंभीर बीमारियों का होना गंभीर संकेत है। युवाओं को अपनी सेहत के लिए फिक्रमंद होना चाहिये। आज का युवा बुरी आदतों का शिकार हो रहा है। अधिकांश युवा तनाव का शिकार भी होते देखे गए हैं।
Publish Date: Mon, 12 Aug 2024 07:23:07 AM (IST)
Updated Date: Mon, 12 Aug 2024 11:22:41 AM (IST)
40 प्रतिशत मरीज सिर और गर्दन के कैंसर से पीड़ित हैं। - सांकेतिक चित्र।HighLights
- 30 प्रतिशत युवाओं को पोस्चर संबंधित समस्या।
- 20 प्रतिशत युवाओं को आंखों से संबंधित समस्या।
- 5 प्रतिशत युवा कई मानसिक समस्याओं से पीड़ित।
विनय यादव, इंदौर। एक ओर इंदौर शहर के युवा अपने कामों से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना रहे हैं। दूसरी ओर चिंताजनक स्थिति यह है कि युवाओं को अभी से बीमारियों ने घेर लिया है। इसका मुख्य कारण हमारा बिगड़ता हुआ खानपान है। हेल्थ आफ इंदौर के सर्वे के मुताबिक 18 से 30 वर्ष की आयु के 30 हजार युवाओं की जांच की गई थी। इसमें हर चौथा युवा प्री-डायबिटीज स्टेज पर पाया गया।
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7.34 प्रतिशत युवाओं में थायराइड की समस्या
इसके साथ ही 7.34 प्रतिशत युवाओं में थायराइड की समस्या सामने आई है। 10 प्रतिशत से ज्यादा युवा लिवर की बीमारी का शिकार हो सकते हैं, उनका एसजीपीटी का लेवल बढ़ा हुआ आया। वहीं 39.50 प्रतिशत लोगों का कोलेस्ट्राल बढ़ा हुआ पाया गया। इनमें हृदय से संबंधित होने वाले रोग होने की आशंका है।
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34 प्रतिशत युवाओं में ब्लड प्रेशर की समस्या सामने आई। साथ ही, बाॅडी मास इंडेक्स लेवल 33 प्रतिशत युवाओं का ज्यादा आया है। करीब 18 प्रतिशत युवाओं में मोटापे की समस्या पाई गई। डाॅ. विनीता कोठारी ने बताया कि युवाओं में बीमारियां होना चिंता का विषय है। इनसे बचाव के लिए जीवनशैली में बदलाव आवश्यक है।
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बुरी आदतों की गिरफ्त में जा रहा युवा वर्ग
- विशेषज्ञों के मुताबिक आज का युवा बुरी आदतों की गिरफ्त में जा रहा है।
- धूमपान, शराब, तंबाकू का सेवन करना इन्होंने जीवनशैली का एक हिस्सा बना लिया है।
- इस कारण कई बीमारियों जो एक आयु के बाद आती है, वह पहले होने लगी है।
- इसके अलावा तनाव भी काफी बढ़ गया है। यह भी बीमारी का एक कारण होता है।
- रात में देर तक सोना और सुबह देर से जागना भी बीमारियों को बुलावा देता है।
- यदि युवाओं को बीमारियों से बचना है तो उन्हें इसके लिए जागरूक होना पड़ेगा।
- युवाओं को बुरी आदतों से दूर रहते हुए खानपान और व्यायाम नियमित करना होंगे।
अब युवाओं में गंभीर बीमारियों का होना चिंता का विषय है। इस तरह की बीमारियों से बचने के लिए युवाओं को अपनी कार्यशैली में बदलाव करना चाहिये। - डाॅ. विनीता कोठारी
सर्वे में यह आया सामने
जांच | सामान्य | असामान्य (प्रतिशत में) |
प्री-डायबिटीज | 75 | 25 |
सीरम टीएसएच | 92.66 | 7.34 |
सीरम क्रिएटिनिन | 82.21 | 1.79 |
सीरम (एसजीपीटी) | 89.83 | 0.17 |
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हर वर्ष कैंसर के आठ प्रतिशत युवा मरीज बढ़ रहे
- कैंसर के मरीजों की संख्या हर साल बढ़ती जा रही है। कैंसर के कई कारण होते हैं, लेकिन सिर और गर्दन कैंसर का मुख्य कारण तंबाकू का अधिक सेवन करना है।
- इसके बावजूद लोगों में जागरूकता देखने को नहीं मिल रही है। शासकीय कैंसर अस्पताल में हर वर्ष करीब 10 हजार मरीज कैंसर के इलाज के लिए आते हैं।
- इनमें से 40 प्रतिशत मरीज सिर और गर्दन के कैंसर से पीड़ित हैं। अस्पताल के आंकड़े बताते हैं कि यहां हर वर्ष आठ प्रतिशत युवा मरीज बढ़ रहे हैं।
- विशेषज्ञों के मुताबिक, पहले सिर और गर्दन के कैंसर में युवा मरीजों की संख्या कम थी, लेकिन अब बढ़ती जा रही है।