
नईदुनिया प्रतिनिधि, मालवा-निमाड़। मध्य प्रदेश के मालवा-निमाड़ अंचल के कई जिलों में कुछ दिनों से बेमौसम कहीं रिमझिम तो कहीं तेज बारिश हो रही है। शनिवार रात से रविवार दिनभर अंचल में कई जगह झमाझम भी हुई। इससे खरगोन, बड़वानी, खंडवा में कपास की फसल को काफी नुकसान हुआ है। खेतों में कटी पड़ी सोयाबीन और मक्का की फसल भी प्रभावित हुई है। कहीं-कहीं तो अंकुरण होने लग गया।
कपास की फसल के घेंटे खराब हो गए। मिर्च में भी नुकसान हुआ। हालांकि रबी की फसलों को लाभ होगा। बुरहानपुर के खकनार क्षेत्र में व्यापारियों द्वारा सुखाने के लिए फैलाई गई किसानों से खरीदी हजारों क्विंटल मक्का और सोयाबीन खराब हो गई। रविवार को खरगोन में 35 और भगवानपुरा में 20 मिमी बारिश दर्ज की गई।
किसानों के अनुसार भारत कपास निगम (सीसीआई) की खरीदी का मानक 12 प्रतिशत तक है, ऐसे में कपास की खरीदी में दिक्कत होगी। बड़वानी जिले में शनिवार रात आठ बजे से तेज बारिश का दौर शुरू हुआ, जो रविवार सुबह आठ बजे तक लगातार 12 घंटे चला। खेतों में तैयार होकर चुनाई के लिए तैयार कपास की फसल भीग गई।
तेज हवा चलने से बेल वाली फसल, सब्जियों को भी नुकसान हुआ। जिले में 24 घंटे के दौरान 19 मिमी बारिश हुई। उज्जैन जिले में भी कई स्थानों पर रिमझिम व तेज बारिश हुई। खेतों में काटकर रखी फसलों को नुकसान हुआ। मंडी में खुले में रखा सोयाबीन भीग गया। देवास, आगर-मालवा, रतलाम, धार और झाबुआ के कुछ क्षेत्रों में भी रिमझिम बारिश हुई।