Water Harvesting in Indore नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। भूजल स्तर बेहतर करने के लिए कई लोग छत के पानी को सीधे बोरवेल से जोड़ देते हैं, लेकिन यह पूरी तरह से गलत है। ऐसा करने पर बोर में लगे केसिंग और मिट्टी के बीच कटाव हो जाता है। यह बोरवेल को नुकसान पहुंचा सकता है। भूजल स्तर सुधारने के लिए बोरवेल के पास में रिचार्ज पिट बनाएं, ताकि छत का पानी सीधे जमीन की गहराई में चला जाए।
पानी का दुरुपयोग कम करने के लिए नगर निगम को भी बनानी चाहिए निगरानी समिति
प्रश्न : बारिश के पानी को कम जगह होने पर कैसे संग्रह करें? - राजेश अग्रवाल, देवास
उत्तर : दो तरीकों से बारिश के पानी को सहेजा जा सकता है। पहला यह कि बोरवेल के पास में रिचार्ज पिट बनाएं, जिसमें 10 से 15 फीट गहरा खनन करें या फिर जहां मिट्टी की गहराई अच्छी हो, वहां पर रिचार्ज की शाफ्ट की मदद से 100 फीट गहराई तक पानी की निकासी बनाएं, जिससे पानी सीधे जमीन में उतर जाएगा। कोशिश करें कि वाटर रिचार्जिंग के लिए पीली मिट्टी आने तक गड्ढा खोदें।
प्रश्न : नगर निगम ने अवैध नल कनेक्शन को लेकर अभियान चलाया था, जो अधूरा रह गया। ऐसे में पानी की बर्बादी कैसे रोकी जाए?- नरसिंह कुंडलवाल, इंदौर
उत्तर : इसके लिए क्षेत्र अनुसार नागरिकों की एक कमेटी बनाकर निगरानी की जाए, अवैध नल कनेक्शन और पानी की बर्बादी होने पर तुरंत संबंधित एजेंसी को सूचना दें। इसके साथ ही नगर निगम को भी पानी का दुरुपयोग कम करने के लिए निगरानी कमेटी बनाना चाहिए, क्योंकि हम काफी महंगा पानी उपयोग कर रहे हैं।
प्रश्न: पानी संधारण को लेकर कोई योजना है क्या? -असलम दुलावत, उज्जैन
उत्तर : इंदौर में नए भवन में जल संधारण को लेकर नियम बने हुए हैं। घरों में वाटर रिचार्जिंग सेटअप लगाने पर संपत्ति कर में छूट मिलती है।
प्रश्न : वर्षा के दौरान पानी को कैसे सहेजें कि शुद्ध जल बोरवेल में जाए? - निर्मल मंगवानी, खंडवा रोड
उत्तर : वर्षा से पहले अपनी छत को ठीक से साफ कर लें। लोहे का सामान, खाद, बैटरी आदि को हटा लें। वर्षा की शुरुआत में छत का पानी बाहर निकाल दें। इसके बाद पानी को रिचार्ज पिट में जाने दें।
प्रश्न : पिछले चार-पांच साल में 40-45 इंच वर्षा हर साल हो रही है। ऐसे में अचानक इंदौर को जल अभावग्रस्त क्षेत्र क्यों घोषित कर दिया गया? -अनिल कवचाले, इंदौर
उत्तर : जनसंख्या बढ़ने के साथ ही भूजल का उपयोग भी बढ़ते जा रहा है। पहले की तुलना में अब कम समय पर ज्यादा वर्षा हो रही है। ऐसे में पानी जमीन में न जाकर बहकर निकल जाता है। जिससे भूजल में कमी आई है। इंदौर जिले में पानी का बहाव पूर्व से पश्चिम की ओर है, लेकिन वर्तमान में पश्चिम क्षेत्र में निर्माण हो गए हैं। इस कारण भी भूजल में कमी आई है।
प्रश्न : इंदौर जल अभावग्रस्त क्षेत्र घोषित हो चुका है, लेकिन जहां स्थिति ठीक है, वहां कैसे पानी बचाया जाए? -संदीप शर्मा, मुरादाबाद, यूपी
उत्तर : जिन शहरों में वर्तमान में भूजल की स्थिति ठीक है, वहां भी आने वाले दिनों में जल अभाव की समस्या आने लगेगी। इसलिए वहां के लोगों को उन शहरों का अध्ययन करना चाहिए, जहां पहले भूजल बेहतर था, लेकिन वर्तमान में भूजल अभावग्रस्त क्षेत्र हो चुका है। हमारे पूर्वजों ने पानी कद्र की थी, तब हमे बेहतर भूजल मिला है। उन्हीं की तरह हमें भी पानी का सदुपयोग करना होगा, तभी हम आने वाली पीढ़ी को बेहतर जगह दे पाएंगे।