Road Safety Indore: पैदल सड़क पार करते समय दाएं-बाएं देखकर आगे बढ़ें तो दुर्घटना से बच सकते हैं
Road Safety Indore: यातायात पुलिस के सूबेदार काजिम हुसैन रिजवी ने नईदुनिया के सड़क सुरक्षा अभियान में भारत बाल विनय मंदिर हासे. स्कूल में विद्यार्थियों से किया संवाद। कहा कि आप अपने स्वजन को दो पहिया चलाने पर हेलमेट पहनने व कार चलाने पर सीट बेल्ट लगाने का जरूर कहें।
By Sameer Deshpande
Edited By: Sameer Deshpande
Publish Date: Sat, 03 Dec 2022 08:47:45 AM (IST)
Updated Date: Sat, 03 Dec 2022 08:47:45 AM (IST)

Road Safety Indore: इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। पैदल सड़क पार करते समय सबसे पहले दायीं ओर देखकर आधा रोड पार कर डिवाइडर पर पहुंचें। इसके बाद आप बायीं ओर देखें कि वहां से कोई वाहन तो नहीं आ रहा फिर आगे बढ़ें। इसके बाद दायीं ओर भी देखें कि कोई रांग साइड से तो नहीं आ रहा है। यदि पैदल सड़क पार करने के इस नियम का पालन करेंगे तो दुर्घटना से बच सकते हैं। इसी तरह ट्रैफिक व सड़क सुरक्षा से संबंधित कई बातें यातायात पुलिस के सूबेदार काजिम हुसैन रिजवी ने भारत बाल विनय मंदिर हासे. स्कूल में श्ाुक्रवार को विद्यार्थियों से कहीं।
उन्होंने बताया कि पैदल चलने वालों को हमेशा फुटपाथ पर ही चलना चाहिए। जहां कहीं रोड पर फुटपाथ न हो वहां रोड किनारे वाहनों के आगमन की विपरीत दिशा में चलना चाहिए या रोड की दायीं ओर चलें ताकि सामने से आने वाला वाहन आपको दिखाई दे। शुक्रवार को वे नईदुनिया के सड़क सुरक्षा अभियान के तहत बापट चौराहे के पास स्थित भारत बाल विनय मंदिर हायर सेकंडरी स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम में स्कूल के प्राचार्य पवन वाकड़िया ने छात्रों को बताया कि किस तरह सड़क पर चलते समय यातायात नियमों का पालन कर आप सुरक्षित रह सकते हैं और सड़क दुर्घटनाओं से बच सकते हैं। उन्होंने छात्रों से कहा कि आप अपने माता-पिता, भाई-बहन या स्वजन को दो पहिया चलाने पर हेलमेट पहनने व कार चलाने पर सीट बेल्ट लगाने का जरूर कहें।
ट्रैफिक सिग्नल की रेड, ग्रीन व अंबर लाइट का होता है विशेष महत्व
कार्यक्रम में ट्रैफिक सूबेदार रिजवी ने विद्यार्थियों से संवाद करते हुए पूछा कि क्या अच्छी बातें सीखने की कोई उम्र होती है तो विद्यार्थी ज्योतिष्मान ने कहा कि जन्म लेने के बाद व्यक्ति अपनी मृत्यु तक सीखता है। इस पर रिजवी ने छात्र की तारीफ की और कहा कि इसी तरह आपको अभी से ट्रैफिक नियमों को सीखकर उसका पालन करना चाहिए। उन्होंने छात्रों को ट्रैफिक सिग्नल की लाइट के बारे में जानकारी देते हुए कहा रेड लाइट पर रुकना व ग्रीन लाइट पर चलना होता है लेकिन तीसरी लाइट जिसका रंग अंबर होता है।
उसका भी विशेष महत्व है। इसके मतलब होता है कि यदि आपने स्टाप लाइन पार कर ली है और अंबर लाइट चालू हो गई है तो आप आगे बढ़ जाएं। यदि आप उसके पहले हैं तो सड़क पार करने से पहले रुकें। उन्होंने इस लाइट के बारे में विद्यार्थियों से सवाल किया तो एक छात्र बोला यह लाइट तैयार रहने के लिए होती है। रिजवी ने छात्रों से पूछा कि रेड लाइट चालू होने पर आपको क्या करना चाहिए। छात्र बोले जेब्रा क्रासिंग व स्टाप लाइन पर रुकना चाहिए।
हर वर्ष दो लाख लोगों की सड़क दुर्घटना में होती है मौत
सूबेदार रिजवी ने विद्यार्थियों को बताया कि भारत में हर वर्ष दो लाख लोगों की सड़क दुर्घटना में मौत होती है। दो लाख लोगों की मौत यानी दो लाख परिवार प्रभावित होते हैं। उन्होंने छात्रों से पूछा कि वाहन चलाते समय हेलमेट पहनने के क्या फायदे हैं। विद्यार्थी बोले दुर्घटना के समय सिर पर चोट नहीं लगती। रिजवी ने छात्रों की तारीफ करते हुए कहा कि मस्तिष्क हमारे सिर का महत्वपूर्ण अंग होता है। ऐसे में रोड दुर्घटना के दौरान यदि कोई हेलमेट पहनता हो उसके मस्तिष्क की सुरक्षा ही होती है।
बस लहराए या तेज गति में चले तो चालक को टोकें
सूबेदार रिजवी ने बताया कि स्कूल बस में सफर करते समय या अन्य किसी बस या कार में सफर करते समय यदि आपको दिखाई दे कि बस तेज गति में चलने के कारण लहरा रही है या अनियंत्रित हो रही है तो तत्काल ड्राइवर को टोकंे। उन्हें धीमी गति में वाहन चलाने का कहंे। उन्होंने विद्यार्थियों को ड्राइविंग लाइसेंस कब बनता है और यलो कार्ड के महत्व के बारे में भी बताया।
चालकों को समझाइश: छात्रों के चढ़ते व उतरते समय रखें सावधानी
स्कूल बस चालकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में ट्रैफिक सूबेदार रिजवी ने बताया कि 40 की गति में स्कूल बसों को चलाएं। इसके अलावा जब कभी छात्र बस स्टाप या घर पर स्कूल बस में चढ़ते या उतरते हांे, उस समय आप ज्यादा सावधानी रखें। बस में मौजूद हेल्पर को आसपास से वाहनों की आवाजाही देखकर ही बच्चों को उतारने का कहें।