इटारसी नवदुनिया प्रतिनिधि।
मप्र समेत देश के कई राज्यों में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्टेशन पर बिना मॉस्क प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है। मंडल रेल प्रबंधक उदय बोरवणकर के मार्गदर्शन में कोविड-19 से बचाव के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। रेलवे एनाउंस के जरिए सावधानी बरतने की नसीहत दे रही है। मुसाफिरों को अंदर प्रवेश करने पर मास्क-फेस कवर पहनने, दूसरों से कम से कम दो गज की दूरी बनाकर रखने एवं नियमित अंतराल पर हाथों को साफ करने की अपील की जा रही है। डीआरएम के निर्देश पर शुक्रवार से स्टेशन के अंदर बिना मास्क प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है। इस संबंध में टिकट जांच कर्मियों एवं रेल सुरक्षा बल को निर्देश दिया गया है कि वह बिना मास्क लगाए यात्रियों को स्टेशन के अंदर प्रवेश न दें। यदि कोई यात्री आर्थिक रूप से कमजोर है तो उसके लिए निश्शुल्क मास्क की व्यवस्था की जाए। स्टेशन पर कार्यरत रेलवे कर्मचारियों और खाद्य सामग्री विक्रेताओं को स्टेशन परिसर में मास्क लगाना अनिवार्य है। बिना मास्क लगाए पाए जाने पर उनके विरुद्ध कार्रवाई की जा सकती है। खाद्य सामग्री विक्रेताओं को निर्देश दिया गया है कि वह अपने स्टालों पर साफ सफाई रखें। खाद्य सामग्री खुले में न रखें। टिकट चेकिंग स्टाफ और आरपीएफ स्टाफ इन निर्देशों का कड़ाई से पालन कराएगी।
हो रही लापरवाहीः वैक्सीन आने एवं अनलॉक के बाद ट्रेनों की संख्या बढ़ने से रेलवे स्टेशन पर लापरवाही बढ़ गई है। दूसरे राज्यों से आने वाली ट्रेनों के संपर्क में वेंडर आ रहे हैं। खानपान स्टॉलों पर भीड़ लगाकर खाद्य सामग्री बेची जा रही है, यहां तक कि ड्यूटी पर तैनात रेल विभाग के स्थानीय अधिकारियों ने भी मॉस्क पहनना बंद कर दिया है। स्टेशन पर कहीं भी मुसाफिरों की थर्मल स्क्रीनिंग या उनकी जांच का कोई केन्द्र नहीं है। महाराष्ट्र, दिल्ली, उप्र समेत कई राज्यों से हजारों मुसाफिर रोजाना यहां उतरते हैं, यह लापरवाही शहर में भी संक्रमण का कारण बन सकती है। स्टेशन पर संक्रमण के दौरान लगाई गईं सैनिटाइजर मशीनें लापता हो गई हैं।