By Ravindra Soni
Edited By: Ravindra Soni
Publish Date: Thu, 08 Sep 2022 04:29:56 PM (IST)
Updated Date: Thu, 08 Sep 2022 04:29:56 PM (IST)
इटारसी, नवदुनिया प्रतिनिधि। 4 सितंबर की रात 12724 तेलंगाना एक्सप्रेस में नई दिल्ली से हैदराबाद जा रहे अप्रवासी भारतीय इंजीनियर की पत्नी का पर्स चुराकर भागने वाले गिरोह का जीआरपी-आरपीएफ ने पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस वारदात में शामिल जिले के सेमरी हरचंद निवासी कुख्यात बदमाश करीम उर्फ ख्वाजा एवं उसके साथी मेहरबान सिंह से चोरी किए गए करीब 8.50 लाख के स्वर्ण आभूषण समेत अन्य माल बरामद किया है। आरोपितों से चोरी किए गए जेवरात खरीदने के मामले में माखननगर के सराफा कारोबारी अनिल एवं सुमित डेरिया पर भी मामला पंजीबद्ध हुआ है। खास बात यह है कि इस गैंग का सरगना करीम उर्फ ख्वाजा 31 दिसंबर तक तड़ीपार था, इसके बावजूद बेखौफ होकर उसने जिले में इस वारदात को अंजाम दिया। इस पर्दाफाश से जिला पुलिस की बड़ी चूक भी सामने आई है। जिलाबदर अवधि में हिस्ट्रीशीटर बदमाश न सिर्फ जिले की सीमा में मौजूद रहा, बल्कि उसने बेखौफ होकर ट्रेन में चोरी की बड़ी वारदात भी की।
यह थी घटना
हैदराबाद निवासी 36 वर्षीय माधव पिता गुरूराज करगीकर अमेरिका के फ्लोरिडा शहर में आइटी इंजीनियर हैं। 4 सितंबर को अपनी पत्नी के साथ ए-2 कोच में वे दिल्ली-हैदराबाद की यात्रा कर रहे थे। ट्रेन भोपाल से सीधे नागपुर रूकती है, इटारसी आउटर पर लूट की वारदात का शिकार होने के बाद एनआरआइ दंपती ने नागपुर रेल पुलिस को खबर दी, लेकिन स्टाफ न आने पर अंतत: बल्लारशाह जीआरपी में अपराध दर्ज कराया। बल्लारशाह जीआरपी के कंट्रोल मैसेज पर आरपीएफ-जीआरपी सक्रिय हुई। स्टेशन के फुटेज खंगाले गए, कुछ फुटेज एवं हुलिए के आधार पर सोहागपुर पुलिस से बदमाशों का सुराग लगा। बल्लारशाह से डायरी आने से पहले पुलिस ने चोरी की इस वारदात का पर्दाफाश किया। पुलिस ने फरियादी से मोबाइल पर बात कर पूरे मामले की जानकारी ली।
भोपाल से चढ़े थे आरोपित, आटो से भागे
इस वारदात को अंजाम देने करीम और मेहरबान सिंह ने भोपाल स्टेशन से स्लीपर कोच में प्रवेश किया, इटारसी आउटर पर ट्रेन धीमी होते ही दोनों उतरकर ए-2 कोच में सवार हुए। इटारसी से ट्रेन चलने के कुछ देर बाद बदमाशों ने इंजीनियर की पत्नी पर टार्च की रोशनी मारी, इस वक्त पति टॉयलेट गए हुए थे। इसके बाद उनका पर्स झपटकर चलती ट्रेन से आउटर पर ही कूद गए। आउटर से दोनों शहर में आए, यहां से एक सवारी आटो से दोनों माखननगर गए, यहां सराफा कारोबारी सुमित पुत्र स्वतंत्र डेरिया निवासी डेरिया लाइन एवं अनिल पिता मूलचंद डेरिया को सारे जेवरात बेचकर आरोपित अपने ठिकानों पर चले गए। वारदात के लिए दोनों ने नर्मदापुरम स्टेशन पर अपनी बिना नंबर की बाइक भी छिपाकर रखी थी, इसे भी पुलिस ने बरामद किया है।
37 मामले दर्ज हैं करीम पर
मुख्य आरोपित 29 वर्षीय करीम उर्फ ख्वाजा पिता गफ्फूर खान निवासी मुसलमानी मोहल्ला सेमरी हरचंद पर भानपुरा जिला मंदसौर में मवेशी संरक्षण अधिनियम, थाना सोहागपुर एवं बाबई में कुल 37 आपराधिक एवं प्रतिबंधात्मक अपराध दर्ज हैं। वह जिले का हिस्ट्रीशीटर बदमाश है। 13 दिसंबर 2021 को कलेक्टर ने करीम को एक वर्ष के लिए जिलाबदर किया था, जिलाबदर उल्लंघन करते हुए करीम जिले में ही सक्रिय रहा, तड़ीपार होकर उसने ट्रेन में लूट की बड़ी योजना बनाई। उसके साथी मेहरबान सिंह पिता हरीराम निवासी सेमरी हरचंद पर भी सोहागपुर-बाबई थाने में 4 अपराध दर्ज हैं। सूत्रों के अनुसार करीम सोहागपुर के कुख्यात बदमाश जहांगीर अल्वी का करीबी है.
माल खरीदने वाले सराफा कारोबारियों पर भी प्रकरण दर्ज
करीम और मेहरबान ने बताया कि इस तरह की 9 घटनाओं को पूर्व में अंजाम दे चुके हैं, चुराए गए जेवरात माखननगर के सराफा कारोबारी सुमित एवं अनिल डेरिया खरीदते थे, कारोबारियों को पता था कि यह माल चोरी का है, इसका रुपया लेकर बदमाश नए टागरेट की तैयारी करते थे। पुलिस ने आरोपितों की निशानदेही पर करीब 8.50 लाख रुपये के सोने के 16. 5 तौले के जेवरात बरामद किए हैं। इनमें 35 ग्राम सोने का ब्रेसलेट, 50 ग्राम मंगलसूत्र, 40 ग्राम वजनी सोने की 4 अंगूठी समेत अन्य जेवरात शामिल हैं। सराफा कारोबारी भी माखननगर के बड़े व्यवसायी हैं।
आउटर पर फेंकी कीमती घड़ी और डिवाइस
एनआरआइ दंपती के पर्स में एक कीमती घड़ी, ब्लूटूथ, एनआरआई कार्ड एवं अन्य दस्तावेज रखे थे। पुलिस ने कहा कि हमें झाडि़यों में सारे आइकार्ड मिल गए हैं, लेकिन घड़ी एवं डिवाइस नहीं मिली, इसका सुराग लगाएंगे। पुलिस ने जब घेराबंदी कर करीम उर्फ ख्वाजा को हिरासत में लिया, तो वह पुलिस से ही अकड़ने लगा1 जब उसे साथ चलने को कहा गया तो ऊंगली दिखाकर पुलिस पर धौंस जमाने लगा।