इटारसी नवदुनिया प्रतिनिधि।
पश्चिम मध्य रेलवे 12 बंगला संस्थान की नई प्रबंध समिति के लिए मंगलवार को मतदान प्रकिया संपन्ना हुई। पिछले पंद्रह दिनों से इस चुनाव में जीत के लिए दोनों रेलवे संगठनों का चुनाव प्रचार प्रसार चरम पर रहा। सुबह से निर्वाचन स्थल पर वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे मजदूर संघ एवं रेलवे एंपलाइज यूनियन के पदाधिकारी मतदाताओं को मतदान केंद्र तक लेकर आए, साथ ही अपने पक्ष में मतदान करने की अपील की। शाम तक रेलवे स्टेशन और मतदान केंद्र पर गहमागहमी का माहौल रहा। शाम 5ः30 बजे तक मतदान के बाद मतगणना शुरू हुई, देर रात चुनाव के परिणाम घोषित हुए।
कैंप लगाकर एक-एक वोट की जुगतः
पिछले पंद्रह दिनों से दोनों संगठन अपनी योजनाएं, घोषणाएं और पुराने कामों का हवाला देकर मतदाताओं को रिझाने में जुटे रहे। सुबह रेल संस्थान परिसर में मतदान प्रकिया शुरू होते ही दोनों दलों के नेता-कार्यकर्ता कैंप लगाकर जमा रहे। मतदाता सूची में दर्ज एक-एक नाम से संपर्क कर उसका वोट डलवाने के लिए मोबाइल चलते रहे, अपने समर्थक रेलकर्मियों को पोलिंग बूथ तक लाने में प्रत्याशी भी पीछे नहीं रहे। केंद्र पर सुरक्षा के लिहाज से आरपीएफ बल भी तैनात रहा। दोपहर तक करीब 50 प्रतिशत वोट डाले जा चुके थे।
74.39 प्रतिशत वोट डले
वेसेरेमस मंडल कोषाध्यक्ष अशोक दुबे ने बताया कि शाम 5ः30 बजे तक कुल 1234 मतदाताओं में से 922 मतदाताओं ने ही अपने अधिकार का प्रयोग किया। 74.39 प्रतिशत वोट डाले गए। 312 मतदाता कतिपय कारणों से मत डालने ही नहीं आए। सौ प्रतिशत वोटिंग न होने से जीत-हार का अंतर भी बेहद नजदीक का रहा। मतदान प्रकिया पूर्ण होते ही निर्वाचन अधिकारियों की मौजूदगी में मतगणना शुरू हो गई, रात में परिणामों की घोषणा के बाद विजयी प्रत्याशियों ने जुलूस निकाला।
यह थे मैदान में:
वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे मजदूर संघः
सचिव पद पर लोको पायलेट आरके श्रीवास्तव, कोषाध्यक्ष लोको पायलेट
दीपक वर्मा, अर्जुन उटवार कीमेन सदस्य, सौरभ गुप्ता, नितिन कनोजिया,
देवेन्द्र सिंह पटेल, देवांग वर्मा, कुलदीप दुबे, विकास कश्यप।
रेलवे एंपलाइज यूनियनः
सचिव पद हेतु वकील सिंह, कोषाध्यक्ष विनोद गोर, लेखराम मीणा, प्रदीप प्रजापति, सचिन यादव, शेख जावेद, तोशिव खान, एमआर सूर्यवंशी, दीपक कुमार।
चुनाव मैदान में दोनों प्रमुख संगठनों के अलावा पीएमआरके परिषद ने
भी योगेन्द्र शर्मा, पुष्पेन्द्र चौहान, गिरधारी लाल चाबीदार, जितेन्द्र
कुशवाहा, भीम यादव, उर्मिला देवी, राजकुमार मालवीय, मनीष मेहराख्
खेमेन्द्र भदौरिया को मैदान में उतारा था, हालांकि लैंप और गाय के बीच ही कांटे की टक्कर रही।